Gulam Nabi Azad in Jammu: जम्मू कश्मीर की सियासत में आजाद का पलड़ा भारी, ढोल-नगाड़ों के बीच समर्थकों ने किया जोरदार स्वागत
जम्मू में शुक्रवार को उनके जोरदार स्वागत के लिए उमड़ी कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं की भीड़ ने यह साबित कर दिया कि प्रदेश की सियासत में उनका पलड़ा अभी भी भारी है। राज्यसभा से सेवानिवृत्त होने के बाद पहली बार जम्मू पहुंचे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर में हरदिल अजीज गुलाम नबी आजाद का प्रदेश की सियासत में ऊंचा कद है। जम्मू में शुक्रवार को उनके जोरदार स्वागत के लिए उमड़ी कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं की भीड़ ने यह साबित कर दिया कि प्रदेश की सियासत में उनका पलड़ा अभी भी भारी है। राज्यसभा से सेवानिवृत्त होने के बाद पहली बार जम्मू पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी मुख्यालय में कार्यक्रम किया। हालांकि आजाद सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आए थे। इन कार्यक्रमों का पार्टी से कुछ लेनादेना नहीं था। इसके बावजूद आजाद के जम्मू पहुंचते ही पार्टी नेताओं ने उन्हें पार्टी मुख्यालय में आने के लिए न्योता दिया। आजाद वहां पहुंच भी।
उन्होंने बैठक कर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार किया। आजाद ने पार्टियां से दूरियां बढ़ने की अटकलों पर भी विराम लगा दिया।आजाद के जम्मू दौरे को लेकर उनके करीबी नेताओं व समर्थकों में भारी उत्साह था। दोपहर बारह बजे के करीब जम्मू एयरपोर्ट के बाहर नेता, कार्यकर्ता व समर्थक ढोल, फूल, पोस्टर लेकर पहुंच गए थे। इनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद, पूर्व कैबिनेट मंत्री जीएम सरूरी, जुगल किशोर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पीरजादा मोहम्मद सईद, पूर्व एमएलसी नरेश गुप्ता, सुभाष गुप्ता, जीएन मोंगा आदि मुख्य थे। करीब एक घंटे तक कार्यकर्ताओं ने ढोल नीगाडे़ के साथ नारेबाजी कर आजाद के आने का इंतजार करते रहे। पुलिस को समर्थकों की भारी भीड़ को संभाल कर ट्रैफिक को सुचारु बनाया। आजाद दोपहर एक बजे के करीब एयरपोर्ट से निकले तो भीड़ ने उनके वाहनों को घेर लिया।
हाथों में फूलों के हार लेकर खड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश देखने लायक था। हर कोई आजाद से मिलने के लिए बेकरार नजर आया। वे लगातार गुलाम नबी आजाद जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। इस दौरान गुलाम नबी आजाद ने किसी को निराश नहीं किया। वे सभी कार्यकर्ताओं से लगातार मिल रहे हैं और हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। आजाद की गाड़ी करीब पंद्रह मिनट तक समर्थकों से घिरी रही। दोपहर डेढ़ बजे के करीब आजाद का काफिला रैली के साथ एयरपोर्ट रोड से रवाना हुआ। उसके बाद ट्रैफिक सुचारु हो पाई।
आजाद वहां से बठिंडी के लिए रवाना हो गए। वहां पर उन्होंने कांग्रेस के पूर्व विधायक व रिश्तेदार स्वर्गीय मोहम्मद शरीफ नियाज के घर जाकर परिवार से सांत्वना जताई। इसके बाद वह गांधीनगर स्थित अपने सरकारी निवास आ गए। दोपहर चार बजे तक आजाद शहीदी चौक स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे तो वहां भी उनका स्वागत करने के लिए कार्यकर्ताओं की भीड़ मौजूद थी। आजाद 27 फरवरी को सुबह ग्यारह बजे के करीब सैनिक कालोनी में गांधी ग्लोबल फेमिली व दोपहर को जम्मू शहर में गुरु रविदास सभा के कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वह 28 फरवरी को गुज्जर देश चेरिटेबल ट्रस्ट के कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। जम्मू दौरे के दौरान आजाद कांग्रेस के पूर्व सांसद मदन लाल शर्मा के अखनूर स्थित निवास पर भी जाएंगे। पूर्व सांसद मदन लाल शर्मा का पिछले साल दिसंबर में निधन हो गया था।