Move to Jagran APP

LeT OGW Arrested: बारामूला से लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी गिरफ्तार, तीन ग्रेनेड बरामद

OGW Arrested पकड़े जाने पर उसने अपनी सही पहचान जाहिर करते हुए अपना नाम आसिफ गुल पुत्र गुलाम मोहम्मद अलवी निवासी कानिसपोरा बारामूला बताया। पुलिस ने बताया कि वह लश्कर-ए-तैयबा जो अब टीआरएफ के नाम से जानी जाती है का ओजीडब्ल्यू है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 01 Jan 2021 04:19 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 04:19 PM (IST)
LeT OGW Arrested: बारामूला से लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी गिरफ्तार, तीन ग्रेनेड बरामद
वह ज्यादातर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाया गया है।

श्रीनगर, जेएनएन। कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अपनी पकड़ और मजबूत कर दी है। आतंकवादियों के खात्मे के साथ-साथ सुरक्षाबलों ने उन्हें मदद पहुंच रहे ओवरग्राउंड वर्करों को पकड़ने के लिए भी अपनी मुहिम तेजी कर दी है। इसी अभियान के दौरान बारामूला पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के एक ओवरग्राउंड वर्कर को तीन चीन निर्मित ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि यह ओजीडब्ल्यू काफी शातिर था। पुलिस पकड़ से बचने के लिए उन्हें काफी उपाय किए परंतु पुलिस ने उसके सभी प्रयासों को विफल बना दिया।

loksabha election banner

बारामूला पुलिस ने बताया कि अपने सूचना तंत्रों से 29 दिसंबर को ही यह जानकारी मिल गई थी कि कुछ ओवरग्राउंड वर्कर आतंकवादियों तक हथियार पहुंचाने का प्रयास कर रहे है। इसके लिए वह श्रीनगर-बारामूला मार्ग का इस्तेमाल करेंगे। सूचना के आधार पर पुलिस, सेना की 46 आरआर और सीआरपीएफ की 53 बटालियन के जवानों ने बारामूला के सभी प्रवेश मार्गों पर नाके स्थापित कर दिए।

गत वीरवार शाम छह बजे के करीब मारुति ऑल्टो कार नंबर JK05G-1675 नाके से कुछ दूरी पर रूकी। उसने चेकिंग से बचने के लिए बारामूला-हंदवाड़ा हाईवे पर जाने का प्रयास किया परंतु वहां नाके पर तैनात जवानों ने उसे पकड़ लिया। जब सुरक्षाकर्मियों ने कार चालक से उनकी पहचान पूछी तो उसने उन्हें गुमराह करने के लिए अपना गलत नाम आबिद बताया। पुलिस को शक हो गया। जब पुलिस जवानों ने उसकी कार की गहनता से तलाशी ली तो उसकी कार में रखे चारकोल के एक बैग से तीन चीन निर्मित ग्रेनेड बरामद हुए।

पकड़े जाने पर उसने अपनी सही पहचान जाहिर करते हुए अपना नाम आसिफ गुल पुत्र गुलाम मोहम्मद अलवी निवासी कानिसपोरा बारामूला बताया। पुलिस ने बताया कि वह लश्कर-ए-तैयबा जो अब टीआरएफ के नाम से जानी जाती है, का ओजीडब्ल्यू है। जांच करने पर पता चला कि पुलिस स्टेशन बारामूला में उसके खिलाफ 29 जबकि पुलिस स्टेशन सोपोर में एक एफआईआर दर्ज है। वह ज्यादातर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाया गया है।

वर्ष 2015 से 2018 के बीच आसिफ को पीएसए के तहत चार बार हिरासत में लिया गया है। वह हिस्ट्रीशीटर है। उसे पथराव के लिए भी कई बार गिरफ्तार किया गया है। वह पिछले 06 महीनों से फरार था। यही पता चला कि आसिफ पीओके में रहने वाले टीआरएफ के टॉप कमांडर आबिद क्यूम लोन के संपर्क में था।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.