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Jammu Kashmir: अपना बंदा न बनने पर ही मुर्मू को उपराज्यपाल पद से हटाया गया : हर्षदेव

आलोचना करते हुए हर्षदेव सिंह ने कहा कि विपक्ष की बात को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सुना जाना चाहिए। उपराज्यपाल जैसे पद पर आसीन किसी को ऐसे नहीं निकाला जाना चाहिए।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 05:20 PM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 05:20 PM (IST)
Jammu Kashmir: अपना बंदा न बनने पर ही मुर्मू को उपराज्यपाल पद से हटाया गया : हर्षदेव
Jammu Kashmir: अपना बंदा न बनने पर ही मुर्मू को उपराज्यपाल पद से हटाया गया : हर्षदेव

जम्मू, राज्य ब्यूरो: पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव सिंह ने जीसी मुर्मू को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल पद से हटाए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि अपना बंदा के रूप में काम करने से इंकार करने पर ही उन्हें हटाया गया है। उम्मीद नहीं थी कि मुर्मू को हटाया जाएगा। मुर्मू ने किसी भी राजनीतिक पार्टी के कहने पर काम नहीं किया। किसी भी पार्टी को यह मुर्मू के कामकाज को लेकर शिकायत नहीं रही।

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उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल के बारे में अपना बंदा कहा था। ऐसा लगता है कि मुर्मू ने भाजपा की हां में हां मिलाने से मना कर दिया था। जम्मू कश्मीर के मामलों के प्रति भाजपा के रूख की आलोचना करते हुए हर्षदेव सिंह ने कहा कि विपक्ष की बात को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सुना जाना चाहिए। उपराज्यपाल जैसे पद पर आसीन किसी को ऐसे नहीं निकाला जाना चाहिए।

उन्होंने पूर्व उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के दस महीने के कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करना, एसआरओ 202 को हटाना जैसे अहम कदम उठाए गए। नए उपराज्यपाल की नियुक्ति पर हर्षदेव सिंह ने उम्मीद जताई कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर को खुशहाली के रास्ते पर आगे ले जाएंगे।


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