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डीजे की धुन पर आसमान में उड़ती रही पतंग

जागरण संवाददाता जम्मू कोरोना के बावजूद रक्षाबंधन पर पतंगबाजी का जोश इस बार भी जम्मू शहर

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 05:55 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:15 AM (IST)
डीजे की धुन पर आसमान में उड़ती रही पतंग
डीजे की धुन पर आसमान में उड़ती रही पतंग

जागरण संवाददाता, जम्मू : कोरोना के बावजूद रक्षाबंधन पर पतंगबाजी का जोश इस बार भी जम्मू शहर और आसपास के क्षेत्रों में खूब देखने को मिला। छतों पर डीजे के साथ पतंगबाज दिनभर पेच लड़ाने नजर आए।

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सुबह से दोपहर बाद तक मौसम उमस भरा रहा, इसके बावजूद भी पतंग उड़ाने वालों का जोश कम नहीं हुआ। देर शाम तेज हवा के साथ बारिश शुरू हुई तो गर्मी से राहत मिली, लेकिन पतंग उड़ाने वाले निराश क्योंकि इससे पतंगबाजी कुछ देर के लिए रुक गई। जैसे ही बारिश रुकी, फिर युवा और बच्चे आसमान में पेच लड़ाने लगे। और हर गली, बाजार, मोहल्ले से 'वो काटेया ई आ' की आवाजें आने लगीं। जो पतंग काटता वह मस्ती में झूम उठता, जिसकी पतंग कटती, वह दूसरी पतंग उड़ाकर अपनी हार का बदला लेने की फिराक में जुट जाता। शाम ढलने तक आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से पटा हुआ था। इस बार पिछले वर्षो की तरह छतों पर युवाओं की टोलियां कम दिखीं, लेकिन उनके जोश में कोई कमी नहीं थी।

जम्मू शहर में रक्षा बंधन पर पतंगबाजी की परंपरा काफी पुरानी है जो जन्माष्टमी तक चलती है। शायद ही किसी घर की छत ऐसी होगी जिस पर लोग पतंगबाजी का मजा लेते न दिखे हों। कोरोना के चलते घरों में रहकर परेशान अभिभावक भी बच्चों के साथ पतंगबाजी में उत्साहित होते दिखे। अलबत्ता वे बच्चों को दूसरों की छतों, घरों से बाहर जाने से रोकते ही रहे।

इतना ही नहीं युवाओं ने छतों पर डीजे और म्यूजिक सिस्टम भी लगाए हुए थे। हर पेच के साथ अपनी हार-जीत को नाच गाकर मनाया गया। सबसे ज्यादा पतंगबाजी पुराने जम्मू शहर में दिखी। घरों की छत्तों पर कहीं कोई कन्नी बांधता नजर आया तो कोई चरखी लपेटता। चिलचिलाती धूप की परवाह किए बिना युवा पतंगबाजी का आनंद उठाते रहे। बारिश के बाद शाम को पतंगबाजी का मजा और बढ़ गया। छोटे-छोटे बच्चे भी छतों पर आ गए।

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आसमान में सबसे ज्यादा उड़ी कोरोना पतंग

जम्मू : कोरोना से बचने का संदेश देने के लिए इस बार बाजार में उतारी गई कोरोना लिखित पतंगें खूब बिकी। युवा और बच्चे भी कोरोना पतंगों को उड़ाकर खिल्ली उड़ाते नजर आए। कोई बोल रहा था कि वो उड़ रहा है कोरोना तो कोई इसे काटने पर कहता कि वो देखो कोरोना कट गया। हु-हल्ले के साथ रंग-बिरंगी पतंगें आसमान में इंद्रधनुष सा नजारा बना गईं। कोरोना पतंगों के साथ आसमान में पेच लड़ाने लोगों का जोश देखते ही बना।

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पतंगबाजी में जमकर हुआ गट्टू डोर का इस्तेमाल

चीन के साथ हुए विवाद के बाद भी सरकार चाइनीज डोर गट्टू पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने में इस बार भी नाकाम रही। शहर में रक्षाबंधन को जमकर पतंगबाजों ने पतंग उड़ाने के लिए गट्टू डोर का इस्तेमाल किया। चोरी-छिपे ही सही, गट्टू की जमकर बिक्री हुई। हालांकि डोर विक्रेताओं ने कहा कि पिछले साल की तुलना में बहुत कम गट्टू बिकी, क्योंकि उन्हें माल नहीं मिला। ऐसे में दुकानदारों ने पिछले साल की बची गट्टू डोर को ही बेचा।


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