15 उड़ानों में 1289 यात्री जम्मू व श्रीनगर पहुंचे
घरेलू हवाई सेवा बहाल होने के तीसरे दिन यानि बुधवार को श्रीनगर में आठ उड़ानों में 1072 यात्री आए। जबकि जम्मू एयरपोर्ट पर एक चार्टड विमान समेत सात उड़ानों में 217 लोग पहुंचे और 387 यात्री जम्मू से रवाना हुए। प्रदेश में कुल मिलाकर 1289 यात्री हवाई जहाज से श्रीनगर व जम्मू पहुंचे हैं।
जागरण संवाददाता, जम्मू : घरेलू हवाई सेवा बहाल होने के तीसरे दिन यानि बुधवार को श्रीनगर में आठ उड़ानों में 1072 यात्री आए। जबकि जम्मू एयरपोर्ट पर एक चार्टड विमान समेत सात उड़ानों में 217 लोग पहुंचे और 387 यात्री जम्मू से रवाना हुए। प्रदेश में कुल मिलाकर 1289 यात्री हवाई जहाज से श्रीनगर व जम्मू पहुंचे हैं।
इस दौरान 1145 यात्री इन दोनों एयरपोर्ट से दिल्ली व मुंबई समेत देश के विभिन्न शहरों के लिए रवाना हुए हैं। बीते तीन दिनों में करीब तीन हजार लोग जम्मू कश्मीर से बाहर गए हैं। जम्मू एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह सबसे पहले एयर इंडिया व स्पाइस जेट के विमान दिल्ली से पहुंचे थे, जिनमें 70 यात्री पहुंचे। इन यात्रियों की मेडिकल जांच के बाद क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया। वहीं, श्रीनगर से आए दो विमानों में करीब 20 यात्री जम्मू हवाई अड्डे में पहुंचे। इन सभी को सीधे कटड़ा में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में ले जाया गया। दो महीने बाद गत सोमवार को शुरू हुई विमान सेवा के पहले दिन 171 यात्री जम्मू पहुंचे थे। दूसरे दिन गत मंगलवार को 178 यात्री जम्मू हवाई अड्डे में पहुंचे। दूसरे राज्यों से 95,420 लोग गृह राज्य पहुंचे
जागरण संवाददाता, जम्मू : बाहरी राज्यों में फंसे 95,420 लोगों को उनके गृह प्रदेश जम्मू कश्मीर में अभी तक लाया गया है। इनमें 67,908 यात्री बसों के जरिए प्रदेश में पहुंचे जबकि 27,512 यात्री विशेष ट्रेनों के जरिए यहां लाए गए। सभी यात्रियों का यहां पहुंचने पर कोविड-19 टेस्ट किया गया। जिला प्रशासन ने कड़ी रणनीति के तहत यहां वापिस लौटे लोगों का कोरोना टेस्ट किया। उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया और इस प्रक्रिया की सभी तैयारियां की गईं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जम्मू और कश्मीर के जिलों के प्रशासन को जम्मू और उधमपुर रेलवे स्टेशनों पर विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 34 कोविड विशेष ट्रेनें, 27512 फंसे हुए यात्रियों के साथ आई हैं। अतिरिक्त 67908 यात्रियों को लखनपुर द्वारा लाया गया। जानकारी के अनुसार 67,908 फंसे हुए यात्रियों को विभिन्न राज्यों से लखनपुर द्वारा 27 मई तक यूटी में वापिस लाया गया जिनमें पंजाब से 16296, हिमाचल प्रदेश से 20635, आंध्र प्रदेश से 21, दिल्ली से 6638, गुजरात से 1370, राजस्थान से 2858, हरियाणा से 3932, छत्तीसगढ़ से 150, उत्तराखंड से 3414, महाराष्ट्र से 1035, उत्तर प्रदेश से 4333, ओडिशा से 63, असम से 267, मध्य प्रदेश से 998, देहरादून से 88, चंडीगढ़ से 1137, तेलंगाना से 684, कर्नाटक से 114, तमिलनाडु से 19, चेन्नई से 52, बिहार से 303, पश्चिम बंगाल से 155, झारखंड से 72, नेपाल से 3, और अन्य राज्यों और संघ राज्यों से 3271 शामिल हैं।