Lockdown 4.0 : जम्मू-कश्मीर में शॉपिंग ट्रेंड बदला, फैशन से भी तौबा
कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन-4 में जम्मू जिले के सभी बाजार खुल चुके हैं। कपड़ा बाजार से लेकर ऑटोमोबाइल ज्वेलरी और खिलौने तक की दुकानें खुल चुकी हैं
जम्मू, जागरण संवाददाता । कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन-4 में जम्मू जिले के सभी बाजार खुल चुके हैं। कपड़ा बाजार से लेकर ऑटोमोबाइल, ज्वेलरी और खिलौने तक की दुकानें खुल चुकी हैं लेकिन पिछले चार दिन में बाजार का ट्रेंड कुछ बदला-बदला सा नजर आ रहा है। कपड़ा बाजार हो या सोने-चांदी की दुकानें, यहां ग्राहक नाममात्र ही हैं लेकिन स्वच्छता व पाचन शक्ति बढ़ाने वाले उत्पादों की खरीद में अचानक तेजी देखी जा रही है। यहां तक कि अब तापमान आंकने वाले डिजीटल थर्मामीटर भी लोग खरीदकर अपने घर में रखने लगे हैं। यानी अब जान है तो जहान है फामरूले पर अमल करते हुए लोग सेहत को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।
कोरोना महामारी के बीच लोगों की जरूरतों की परिभाषा को बाजार भी भलीभांति समझ रहा है और इस समय लोग ऐसे ही उत्पादों को प्रोत्साहित कर रहे हैं जो इस महामारी के बीच जरूरत बन गए। बाजार खुलने के बाद सबसे अधिक बिक्री स्वच्छता रखने में इस्तेमाल होने वाले उत्पादों की हो रही है। दवा की दुकानों पर तो सैनिटाइजर की मांग पहले से ही थी लेकिन अब साबुन बेचने वाली दुकानों में भी हार्पिक जैसे उत्पादों की भरमार है। लोग इनकी खरीद भी कर रहे हैं। मच्छर मारने से लेकर साफ-सफाई रखने में इस्तेमाल होने वाले उत्पादों की बिक्री ने अचानक जोर पकड़ा है और ऐसी ही कुछ मांग खाद्य सामग्री में भी देखी जा रही है। व्यापार जगत के जानकारों के अनुसार आने वाले दिनों में भी ऐसी मांग जारी रहने की संभावना है। कोरोना ने सभी जीवन शैली बदल दी है।
सैनिटाइजर स्प्रे व हैंड वॉश लिक्विड उत्पादों की मांग बढ़ी
पहले मांग सिर्फ साबुन-वाशिंग पाउडर तक ही सीमित थी लेकिन अब बाथरूम क्लीनर, फ्लोर क्लीनर, सैनिटाइजर स्प्रे व हैंड वॉश लिक्विड जैसे उत्पादों की मांग अचानक बढ़ी है। बाजार में कई कंपनियों के ऐसे उत्पाद भी आए हैं, जिनकी खरीद भी बढ़ी है।
अंकुश, परचून विक्रेता
लोग केवल आवश्यक खरीदारी ही कर रहे हैं
हम चार दिन से दुकान खोल कर बैठे हैं लेकिन अभी ग्राहकों ने इस ओर रुख नहीं किया। गर्मी के इस सीजन में पहले काफी ग्राहक होते थे लेकिन पिछले चार दिन से ईद के चलते चंद मुस्लिम ग्राहक ही देखने को मिले हैं। लोग केवल आवश्यक खरीदारी ही कर रहे हैं।
सकुल महाजन, कपड़ा व्यापारी