जम्मू कश्मीर सेवा मामलों की कैट चंडीगढ़ में सुनवाई शुरू
सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (कैट) चंडीगढ़ ने जम्मू कश्मीर के कर्मचारियों और यहां कार्यरत केंद्रीय कर्मचारियों के सेवा मामलों पर सुनवाई शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, जम्मू : सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (कैट) चंडीगढ़ ने जम्मू कश्मीर के कर्मचारियों और यहां कार्यरत केंद्रीय कर्मचारियों के सेवा मामलों पर सुनवाई शुरू कर दी है।
कैट चंडीगढ़ ने गत दिनों कश्मीर के अनंतनाग निवासी डॉ. बिलाल अहमद के केस पर सुनवाई की। मेडिकल ऑफिसर डॉ. बिलाल को निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने इसे कैट में चुनौती दी थी। उनके वकील एडवोकेट एमवाई भट्ट ने कैट चंडीगढ़ में केस दायर किया था। कैट ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से केस का निपटारा किया। इसी तरह शुक्रवार को कैट चंडीगढ़ ने जम्मू कश्मीर के एक अन्य सेवा मामले का निपटारा किया। विकास बाली ने लेबोरेटरी असिस्टेंट की चयन सूची को कैट में चुनौती दी थी। उनके वकील आदित्य शर्मा भी वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए कैट के सामने पेश हुए। अब कैट ने विभाग को नोटिस जारी किया है। जम्मू कश्मीर व लद्दाख में स्थायी बेंच न होने से बना था असमंजस
जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले ऐसे सभी मामलों की सुनवाई जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट में होती थी, लेकिन अब हाईकोर्ट ने ऐसे सेवा मामलों की सुनवाई बंद कर दी है। जम्मू कश्मीर व लद्दाख में कैट के स्थायी बेंच न होने से यह असमंजस बना था कि अगर हाईकोर्ट में भी सुनवाई नहीं होगी तो स्थानीय स्तर पर बेंच स्थापित होने तक ऐसे केसों पर सुनवाई कैसे होगी। अब कैट की ओर से वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से जम्मू कश्मीर के सेवा मामलों पर सुनवाई करने से वकीलों को भी राहत मिली है। पहले यह चिता सता रही थी कि वकीलों को सेवा मामले लेकर चंडीगढ़ जाना पड़ेगा, लेकिन अब वे वीडियो कांफ्रेंसिग से अपना केस पेश कर सकते हैं।