Positive India: बेटे की पुकार पर सीआरपीएफ ने उठाया पिता को जीवन देने का बीड़ा
एएसपी राजौरी लियाकत अली को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने बीमार वजीर हुसैन का हालचाल जाना। परिवार के सदस्यों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
राजौरी, जागरण संवाददाता : ब्रेन हैमरेज से पीड़ित एक बुजुर्ग की जान बचाने के लिए सीआरपीएफ ने जिम्मा उठाया है। यह सब मुंबई से साइकिल से राजौरी आ रहे उसके मजदूर बेटे की मदद की गुहार के बाद संभव हो सका है। बुजुर्ग का बेटा अभी रास्ते में है। सीआरपीएफ के जवानों ने बुजुर्ग को विशेष उपचार के लिए राजौरी से एयरलिफ्ट कर कटड़ा अस्पताल में पहुंचाया है। साथ ही उसकी देखभाल और उसके विशेष उपचार का भी प्रबंध किया जा रहा है।
सीआरपीएफ के अधिकारी गत रविवार को जम्मू से विशेष चॉपर लेकर राजौरी पहुंचे थे। राजौरी जिले के गंभीर ब्राह्मणा गांव के रहने वाले साठ वर्षीय वजीर हुसैन को तीन दिन पहले ब्रेन हैमरेज हुआ था और मेडिकल कालेज अस्पताल में उपचार उपचार चल रहा था। वजीर का बेटा आरिफ मुंबई में मजदूरी करता है, जब उसे इसका पता चला तो वह काफी परेशान हो गया। लॉकडाउन के चलते उसे राजौरी पहुंचने के लिए कोई साधन नहीं मिला। इस पर उसने साइकिल का प्रबंध किया और मुंबई से राजौरी के लिए रवाना हो गया। वह अभी रास्ते में है। सफर के दौरान आरिफ ने अपना एक वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। यह वायरल हो गया।
पिता से बेटे के प्यार को लोगों ने किया सलाम: सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखने वाले लोगों ने बीमारी व्यक्ति की देखभाल करने की अपील करना शुरू कर दी। साथ ही बेटे के अपने पिता के प्रति इस प्यार को सलाम किया जो मुंबई से राजौरी साइकिल पर अपने पिता की देखभाल करने के लिए निकल चुका है। एएसपी राजौरी लियाकत अली को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने बीमार वजीर हुसैन का हालचाल जाना। परिवार के सदस्यों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
सीआरपीएफ ने बेटे से कहा- चिंता मत करना हम यहां हैं: वीडियो देखने के बाद सीआरपीएफ ने इस बीमार व्यक्ति के उपचार का जिम्मा उठा लिया। साथ ही आरिफ से संपर्क कर कहा है कि उसे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हम उसके पिता की बेहतर से बेहतर देखभाल करने का प्रयास करेंगे। इस बीच उच्च अधिकारियों के आदेश पर जम्मू से विशेष चॉपर लेकर सीआरपीएफ के अधिकारी राजौरी पहुंचे और बीमार व्यक्ति वजीर हुसैन को चापर से कटड़ा अस्पताल ले गए यहां पर इसका उपचार होगा और सारा खर्च सीआरपीएफ उठाएगी।