आतंकवाद से लड़ रही उत्तरी कमान के 90 वीरों को पदक, 18 यूनिटों को प्रशस्ति पत्र
आतंकवाद से लड़ाई के दौरान बहादुरी के प्रदर्शन को बरकरार रखने वाले पांच सैन्य कर्मियाे को बार टू सेना मैडल (दूसरी बार सेना मैडल) भेंट किया गया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में शांति कायम करने के साथ आतंकवाद से लड़ रही सेना की उत्तरी कमान के जवानों, अधिकारियों की शौर्य गाथाएं वीरवार को कमान मुख्यालय ऊधमपुर में गूंजी। धुव्र आडिटोरियम में हुए अलंकरण समारोह में जनरल आफिसर कमांङ्क्षडग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने 90 जवानों, अधिकारियों को वीरता के लिए पदकों से अलंकृत किया। इनमें आठ वीरों को मरणोपरांत पदकों से नवाजा गया। इन वीरता पदकों की घोषणा गणतंत्र दिवस पर की गई थी। इसके साथ वर्ष 2019 में देश की रक्षा में सराहनीय प्रदर्शन करने वाली सेना की 18 सैन्य यूनिटों को उत्तरी कमान आर्मी कमांडर प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया।
आतंकवाद से लड़ाई के दौरान बहादुरी के लिए पांच सैन्य कर्मियों को बार टू सेना मेडल (दूसरी बार सेना मेडल) भेंट किया गया। इनके साथ वीरता के लिए 73 सेना मेडल दिए गए। आर्मी कमांडर ने एक युद्ध सेवा मेडल व उल्लेखनीय योगदान के लिए दो सेना मेडल दिए। इसके साथ नौ वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को विशिष्ट सेवा मेडल भी भेंट किए गए। इस मौके पर उत्तरी कमान आवा की क्षेत्रीय निदेशक इना जोशी, सेना, सुरक्षाबलों, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व शहीदों के परिजन भी मौजूद थे।
पदक भेंट करने के बाद अधिकारियों व जवानों को संबोधित करते हुए आर्मी कमांडर ने कहा कि उत्तरी कमान के वीर सेना की आन-बान-शान को बरकरार रखने के लिए इसी प्रकार से कार्य करते रहें। पदक जीतने वालों को बधाई देते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि सैन्य परिवार भी इसी जज्बे के साथ देश सेवा के प्रति समर्पित रहेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि शहीदों के परिजन व देशवासी भी देश की सेवा करने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।
ब्रिगेडियर प्रसन्ना को युद्ध सेवा मेडल
अलंकरण समारोह में उत्तरी कमान के एक वरिष्ठ अधिकारी का युद्ध सेवा मेडल व 9 वरिष्ठ अधिकारियों को विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया। ब्रिगेडियर प्रसन्ना किशोर को युद्ध सेवा मैडल से नवाजा। विशिष्ट सेवा के मेजर जनरल जगदीश बली राम चौधरी, मेजर जनरल हरिहरण धर्मराजन, ब्रिगेडियर राजीव कुमार महाना, ब्रिगेडियर सुयाश शर्मा, ब्रिगेडियर पुनीत अहूजा, ब्रिगेडियर उत्तम हुक्कू, कर्नल संजय जी, कर्नल अशीष चोपड़ा व कर्नल हाकिम ङ्क्षसह को विशिष्ट सेवा मैडल से सम्मानित किया गया।
4 अधिकारियों को बार टू सेना मेडल
आतंकवाद से लड़ते हुए बहादुरी दिखाने वाले उत्तरी कमान के चार अधिकारियों को बार टू सेना मेडल मिले। इनमें मरणोपरांत दूसरी बार सेना मेडल जीतने वाले मेजर कौस्तुभ राणे भी शामिल थे। बार टू सेना मेडल जीतने वाले अधिकारियों में 21 आरआर के कर्नल आशुतोष शर्मा, 10 पैरा के कर्नल भिमेयाह पीएस व 13 आरआर के लेफ्टिनेंट कर्नल जितेंद्र सिंह मेहता और मेजर मोहम्मद शहवाज आलम हैं। वीरता के लिए पदक जीतने वाले अधिकारियों में मेजर मुहम्मद शहवाज आलम, कर्नल पुण्यवाची मोहंती, कर्नल भगवान सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल मुहम्मद रजा, लेफ्टिनेंट कर्नल अजय सिंह कुशवाहा, लेफ्टिनेंट कर्नल संदीप वशिष्ठ, लेफ्टिनेंट कर्नल रवींद्र प्रसाद, लेफ्टिनेंट कर्नल संजीव सिंह, मेजर रवीन्द्र भाखर, मेजर शिव कुमार शर्मा, मेजर वीजेश कुमार, मेजर केएच शैम, मेजर रणंजय सिंह, मेजर अमित शाह, मेजर संजीव रणता, मेजर इंद्रपीत सिंह, मेजर वरूण गौड़, मेजर विकास कुमार, मेजर सचिन कुमार, मेजर यादव धीरज भारत, मेजर पत्थरकर आनंद, मेजर विकास कटोच, मेजर जसविन्द्र ङ्क्षसह शामिल थे।
सेना मेडल हासिल करने वाले जूनियर कमीशन अधिकारियों में सुबेदार मेजर विक्रांत तेते, नायब सुबेदार जयदेव, नायब सुबेदार शमशेर सिंह, हवलदार बलिंद्र सिंह हवलदार जावेद अहमद, हवलदार मुनीश कुमार, हवलदार राकेश कुमार, हवलदार रियाज अहमद भट्ट, हवलदार अजय कुमार, हवलदार अश्वनी कुमार, हवलदार झंकार सिंह व हवलदार दीपक थापा शापा सिंह थे। वीरता के लिए सेना मेडल हासिल करने वाले जवानों में संतोष सिंह, नरेश चंद्र, देव दत्त, मुहम्मद सादिक, नरेन्द्र कुमार, देवेंद्र प्रसाद, थिरुमलाई के, परिमल सिंह, सुरेंद्र सिंह, अनुज कुमार, धर्मेन्द्र ङ्क्षसह, राजेन्द्र ङ्क्षसह, तरूंग सीतांग, विजी भास्कर, कर्मचंद, पैंटा मिथिन पाल, पी बाबू, राहुल चवान, सुरेन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार, देव बहादुर, नेरसवन बेसूमतारी, नितुल दास, सुनील, वक्चुरे मयूर भगवान, सुहेल सिंह सैनी, पंकज बोरो, राहुल दास, प्रशांत भाग्यबडी शामिल थे। उल्लेखनीय सेवा के लिए सेना मेडल हासिल करने वालों में मेजर जनरल प्रतीक शर्मा, कर्नल सौरभ अग्रवाल शामिल थे।