Jammu: कांग्रेस ने दिल्ली हिंसा पर सरकार को घेरा, लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
मीर ने कहा कि दिल्ली में केंद्र और राज्य सरकार के सामने हालात बिगड़ते जा रहे हैं। जानमाल का भारी नुकसान हो रहा है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दिल्ली में जानमाल के भारी नुकसान पर दुख व्यक्त करते हुए लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील। कमेटी ने जम्मू कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य और सुरक्षा हालात पर चर्चा करते हुए कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान करने में प्रशासन नाकाम रहा है।
कमेटी के प्रधान जीए मीर की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिल्ली व कश्मीर के हालात पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में मीर ने कहा कि दिल्ली में केंद्र और राज्य सरकार के सामने हालात बिगड़ते जा रहे हैं। जानमाल का भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि फूट डालने वाली ताकतों के मंसूबे नाकाम बनाने चाहिए। जम्मू कश्मीर में लोगों की समस्याओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न वर्ग जिसमें युवा भी शामिल हैं, अपनी मांगों को लकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सिविल सर्विस परीक्षा में पांच साल की छूट देने के फैसले को वापस ले लिया गया है। इससे युवाओं को धक्का लगा है। युवाओं से भेदभावपूर्ण एसआरओ 202 अभी तक जारी है। अस्थायी कर्मचारी आंदोलन की राह पर हैं। प्रशासन को कर्मचारियों के मसलों का समाधान करना चाहिए। केंद्र सरकार व जम्मू कश्मीर प्रशासन विपक्ष के प्रति आक्रमक रूख में तब्दीली लाएं और राज्य में राजनीतिक गतिविधियों के लिए वातावरण बनाएं।
मीर ने कहा कि पचास हजार नौकरियां निकालने की घोषणा की गई थी, लेकिन आज तक इस दिशा में कुछ नहीं हुआ है। जम्मू संभाग के सीमांत गांवों के लोगों की धान की फसल खराब हुई थी, जिसका पर्याप्त मुआवजा नहीं मिल पाया है। एक तरफ भाजपा किसानों की आय दोगुना करने के वायदे कर रही है तो दूसरी तरफ किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। मीर ने भाजपा पर बरसते हुए कहा कि टोल प्लाजा स्थापित कर लोगों की समस्याओं को बढ़ा दिया गया है। महंगाई बहुत बढ़ गई है। जम्मू कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार नहीं किया जा रहा है।
बैठक में कांग्रेस ने लोगों तक अपनी पहुंच बढ़ाने की मुहिम में तेजी लाने पर विचार विमर्श किया। जम्मू में बढ़ती अपराध की घटनाओं पर चिंता जताते हुए कमेटी ने सुरक्षा का तंत्र मजबूत बनाए जाने पर जोर दिया। बैठक में पूर्व मंत्री रमण भल्ला, हाजी रशीद, जीएन मोंगा, मुख्य प्रवक्ता र¨वद्र शर्मा, मनमोहन सिंह, शाह नवाज चौधरी, एसएस चन्नी, शब्बीर अहमद खान, अनायत उल्ला राथर व अन्य शामिल थे।
सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के जाल में न फंसे: डॉ. कर्ण सिंह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. कर्ण सिंह ने दिल्ली में सांप्रदायिक दंगों में जानमाल के भारी नुकसान पर गहरे दुख का इजहार किया है। उन्होंने कहा कि मैं सभी समुदाय के लोगों से अपील करता हूं कि वे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के जाल में न फंसे। डॉ. सिंह ने कहा कि मैं दिल्ली में पांच दशक से अधिक समय से रह रहा हूं और सांसद भी रहा हूं। दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों से मैं आहत हूं। जानमाल का जिस तरह से नुकसान हुआ है, वह धब्बा हमारी राजधानी पर आने वाले समय तक रहेगा। ¨हसा से सिर्फ जानमाल का ही नुकसान होता है। पीड़ित परिवारों को राहत राशि दी जाए। दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए जिम्मेदार केंद्र सरकार को उसी समय हस्तक्षेप करना चाहिए था, जब परेशानी शुरू हुई थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। तीन दिन तक दंगे चलते रहे। अब भी बिना देरी किए दिल्ली में सुरक्षाबलों या सेना को तैनात किया जाए ताकि दिल्ली के अन्य हिस्सों में दंगा न फैले। स्थिति सामान्य होते ही इसकी न्यायिक जांच करवाई जाए। इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो।