सड़क के लिए हनुमान मंदिर ढहाने के खिलाफ हिदू-मुसलमान
सड़क निर्माण के लिए पुराने हनुमान मंदिर को तोड़ने के फैसले का समाज ने विरोध शुरू कर दिया है।
संवाद सहयोगी, अखनूर : पंचायत दस्काल में सड़क विस्तारीकरण के लिए क्षेत्र के काफी पुराने हनुमान मंदिर को तोड़ने के फैसले के खिलाफ वहां के हिदू-मुसलमान और विभिन्न संगठन मुखर होने लगे हैं। सोमवार को दोनों समुदायों के लोग मंदिर की निशानदेही करने पर नाराजगी जताते हुए सड़क पर उतर आए। उन्होंने मुख्य मार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कई सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता और पंच-सरपंच भी शामिल हुए।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे क्षेत्र के पंच अली दीवान ने किया। उन्होंने कहा कि गांव में हनुमान जी का मंदिर काफी पुराना है। इस मंदिर के साथ हजारों हिदू व मुस्लिम भाइयों की आस्था जुड़ी हुई है। यहां होने वाले आयोजनों में दोनों समुदाय के लोगों की भागीदारी होती है। इसलिए मंदिर को तोड़ने का फैसला सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि मंदिर के साथ ही सरकारी जमीन है और सरकार को चाहिए कि वह मंदिर को न तोड़ते हुए सरकारी जमीन पर सड़क का निर्माण करवाए।
इस मौके पर शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह, लेकिन विकास के नाम पर समाज की आस्था का ध्यान भी रखना चाहिए। आस्था को सड़क निर्माण के नाम पर तहस नहस नहीं किया जाए। इस मौके पर पूर्व सरपंच कुलदीप शर्मा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मंदिर को तोड़ा गया, तो क्षेत्र के सभी समुदायों के लोग एकजुट होकर आंदोलन करेंगे। कुछ माह पहले भी सड़क के निर्माण का सर्वे करने के लिए आए इंजीनियरों ने भी मंदिर को न तोड़ने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया था। ऐसे में अब मंदिर को तोड़ने की निशानदेही पर समस्त ग्रामीणों मे भारी रोष व्याप्त है।