पाकिस्तानी सैनिकों ने हीरानगर सेक्टर में दागे गोले, भारतीय जवानों ने भी दिया मुंहतोड़ जवाब, लोगों में दहशत
लोगों को यह चिंता सता रही है कि अगर दोनों ओर से गोलाबारी का सिलसिला बढ़ता है तो उन्हें जान-माल की सुरक्षा के लिए पलायन करने को मजबूर होना पड़ेगा।
कठुआ, जागरण संवाददाता। भारतीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए सुरक्षाबलों द्वारा किए जा रहे प्रबंधों पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए पाकिस्तान ने लगातार दूसरे दिन भी हीरानगर सेक्टर में नियंत्रण रेखा से सटे पानसर और मनयारी गांवों में भारतीय चौकियों पर मोर्टार शैल दागे। पहले तो पाक सैनिकों ने चौकियों को निशाना बनाया परंतु बाद में उन्होंने रिहायशी इलाकों पर भी गोले बरसाना शुरू कर दिए। वहीं पाकिस्तान की नापाक साजिशों से भलीभांति परिचित भारतीय जवानों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। हालांकि दोनों ओर से सुबह व शाम के साथ हुई गोलाबारी के बाद सीमांत इलाकों में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है।
सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी सैनिकों ने सबसे पहले सुबह 10 बजे के करीब मनयारी गांव में भारतीय चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसी बीच उन्होंने गांव में मोर्टार शैल भी फेंका। शैल में विस्फोट के बाद गांव में अफरातफरी का माहौल व्याप्त हो गया। अपने मवेशियों व बच्चों को लेकर गांव के लोग सुरक्षित स्थानों पर छिप गए। हालांकि भारतीय जवानों ने भी इस गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। गांववासियों का कहना है कि गोलाबारी के कारण किसी तरह का जान व माल का नुकसान नहीं हुआ है। भारतीय जवानों के सख्त रवैये से विचलित होकर पाकिस्तानी सैनिकों की बंदूके शांत हो गई। इसके बाद सीमा पर शाम तक सन्नाटा छाया रहा।
लेकिन शाम 4 बजे के करीब पाकिस्तानी सैनिकों ने एक बार फिर भारतीय सीमा पर गोलाबारी की। इस बार गोले हीरानगर सेक्टर के गांव पानसर पर दागे गए। पाक सैनिकों ने गांव को निशाना बनाते हुए मोर्टार दागे परंतु इस बार भी वह असफल रहा। जवाब में भारतीय जवानों ने भी जमकर गोलाबारी की। सूत्रों का कहना है कि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को काफी नुकसान हुआ है। लगातार दो दिनों से हो रही इस गोलाबारी ने सीमांत लोगों की चिताएं बढ़ा दी है। लोगों में इस बात को लेकर डर है कि कहीं पाकिस्तान पिछले साल की तरह उनकी ओर बंदूकों के मुंह न खोल दे। अगर दोनों ओर से गोलाबारी का सिलसिला बढ़ता है तो सीमांत गांववासियों को जान-माल की सुरक्षा के लिए उन्हें पलायन करने को मजबूर होना पड़ेगा।
वहीं पाकिस्तान को कड़ा जवाब दे रहे सीमा सुरक्षाबल के जवाब लोगों में विश्वास बहाली का भी काम कर रहे हैं। लोगों को सचेत रहने की अपील कर रहे सैन्य अधिकारी उन्हें इस बात का भरोसा दिला रहे हैं कि उनके होते उन्हें कोई भी क्षति पहुंचने नहीं दी जाएगी।