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कांपेगा दुश्मनः कश्मीरी युवाआें में जोश व जज्बे को देखते हुए घाटी में विशेष भर्ती अभियान चलाएगी सेना

यह रैली स्थानीय युवाओं का हौसला बढ़ाने के साथ जिहादी व अलगाववादी तत्वों के लिए सबक भी होगी जो यह कहते हैं कि आम कश्मीरी नौजवान भारतीय सेना के साथ नहीं है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 11:32 AM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 11:32 AM (IST)
कांपेगा दुश्मनः कश्मीरी युवाआें में जोश व जज्बे को देखते हुए घाटी में विशेष भर्ती अभियान चलाएगी सेना
कांपेगा दुश्मनः कश्मीरी युवाआें में जोश व जज्बे को देखते हुए घाटी में विशेष भर्ती अभियान चलाएगी सेना

श्रीनगर, नवीन नवाज। बस, बहुत हो चुका...। अब कश्मीर के देशभक्त युवाओं को कोई बरगला नहीं पाएगा। कश्मीर का नौजवान एक बार फिर बंदूक उठाएगा। निशाना साधेगा, ...लेकिन देश के दुश्मनों के खिलाफ। वह दिन दूर नहीं, जब कश्मीरी युवाओं की एक दहाड़ से जिहादी और अलगाववादी तत्व थरथर कांपेंगे। कश्मीर को शांति और खुशहाली की राह पर ले जाने के लिए स्थानीय युवाओं के जोश और जज्बे को देखते हुए सेना ने घाटी में एक विशेष भर्ती अभियान चलाने का फैसला किया है। इस अभियान के तहत तीन हजार नौजवानों को उनकी योग्यता के आधार पर सेना में शामिल किया जाएगा। फिलहाल, वादी के विभिन्न शहरों, कस्बों और गांवों में लोगों को प्रस्तावित भर्ती अभियान के बारे में सूचित किया जा रहा है। संभवत: यह भर्ती प्रक्रिया अगले माह अक्तूबर के पहले सप्ताह में तीन व चार तारीख को होगी। यह रैली स्थानीय युवाओं का हौसला बढ़ाने के साथ जिहादी व अलगाववादी तत्वों के लिए सबक भी होगी, जो यह कहते हैं कि आम कश्मीरी नौजवान भारतीय सेना के साथ नहीं है।

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सेना व अर्धसैनिकबलों में बड़े पैमाने पर भर्ती की तैयारी :

जम्मू कश्मीर के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जम्मू संभाग में 2500 युवाओं की सेना में भर्ती का अभियान पहले से जारी है। आने वाले दिनों में बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में राज्य के करीब दो हजार युवकों को भर्ती किया जाएगा। इसके बाद सीमा सशस्त्र बल, इंडो तिब्बत बार्डर पुलिस (आइटीबीपी) और सेंट्रल इंडस्ट्रीज सिक्योरिटी फोर्स (सीआइएसएफ) के लिए भर्ती रैलियां की जाएंगी। इसी कड़ी में अब केंद्र सरकार के आग्रह पर रक्षा मंत्रालय ने घाटी में तीन हजार युवाओं को सेना में भर्ती करने का फैसला किया है।

10 दिन पहले ही मिली है भर्ती रैली की अनुमति :

रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तीन हजार युवकों की भर्ती का मतलब सेना में तीन नयी वाहिनियों का गठन है। करीब दो माह पहले भी घाटी में स्थानीय नौजवानों के लिए एक भर्ती रैली की गई थी, जो उत्तरी कश्मीर के हैदरबेग पट्टन में हुई थी। यह रैली निर्धारित सैन्य कैलेंडर के मुताबिक थी, लेकिन प्रस्तावित रैली की पहले कोई योजना नहीं थी। रक्षा मंत्रालय ने करीब 10 दिन पहले ही भर्ती रैली की अनुमति दी है।

फीडबैक के बाद लिया गया नयी भर्ती रैली का फैसला :

एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि पांच अगस्त के बाद तमाम साजिशों के बावजूद आम कश्मीरी नौजवान जिहादियों के बहकावे में नहीं आ रहा है, बल्कि वह अपने स्तर पर नागरिक और सैन्य प्रशासन से संपर्क कर कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में सहयोग कर रहा है। वादी के विभिन्न इलाकों में नागरिक व सैन्य प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे पब्लिक आउट रीच कार्यक्रम के तहत विभिन्न वर्गों से प्राप्त फीडबैक का संज्ञान लेते हुए ही स्थानीय युवकों के लिए एक नयी भर्ती रैली का फैसला लिया गया है।

सेना में भर्ती होने के लिए युवाओं में जोश : ढिल्लो

चिनार कोर कमांडर के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने वादी में विशेष सैन्य भर्ती रैली की पुष्टि करते हुए कहा कि स्थानीय नौजवानों के जोश और जज्बे को ध्यान में रखते हुए ही इसका फैसला लिया गया है। यहां बहुत से इलाकों में जब हम स्थानीय लोगों से बातचीत करते हैं तो वह भर्ती रैलियों का आग्रह करते हुए कहते हैं कि सिर्फ उनके ही इलाके में नौजवानों को भर्ती किया जाए। इसलिए हम अक्तूबर में रैली कर रहे हैं, इसमें घाटी के हर शहर और कस्बे के यु़वकों को उनकी योग्यता के आधार पर भारतीय सेना का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा। हम तीन हजार भर्तियां करेंगे।

भर्ती से पहले निशुल्क ट्रेनिंग भी दे रही सेना :

प्रस्तावित भर्ती रैली की तैयारियों में जुटे कर्नल रैंक के एक अधिकारी ने बताया कि सेना में शामिल होने के इच्छुक युवाओं के लिए एक अभ्यास सत्र भी आयोजित किया जा रहा है। इसमें भर्ती रैली के दौरान होने वाली शारीरिक दमखम की परीक्षा, लिखित परीक्षा के बारे में जानकारी दी जाती है। इसमें भाग लेने वाले युवाओं की रोज सुबह शाम दौड़ लगवाई जाती है, उन्हें लांग जंप, हाई जंप सिखाया जाता है। यह अभ्यास सत्र वादी के विभिन इलाकों में स्थित सेना के कुछ चिन्हित प्रतिष्ठानों में आयोजित किया जा रहा है। पंद्रह दिन चलने वाले इस सत्र में शामिल युवकों को सभी आवश्यक सेवाएं निशुल्क प्रदान की जाती हैं। 


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