J&K : पुलिस हेड कांस्टेबल का बेटा निकला झपटमार, साथी भी गिरफ्तार
एक युवक पुलिस में हेड कांस्टेबल का बेटा है। पुलिस ने उनके कब्जे से पुलिस ने छीनी गई अधिकतर नकदी (9.45 लाख रुपये में से 5.10 लाख रुपये) बरामद कर लिया।
जम्मू, जागरण संवाददाता । शहर के पॉश इलाके त्रिकुटा नगर में बीते वीरवार को व्यापारी से लाखों रुपये की नकदी से भरा बैग झपटने के दोनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसमें एक युवक पुलिस में हेड कांस्टेबल का बेटा है। आरोपितों ने बताया कि नशे की लत को पूरी करने के लिए उन्होंने झमटमारी मारी की। पुलिस ने उनके कब्जे से पुलिस ने छीनी गई अधिकतर नकदी (9.45 लाख रुपये में से 5.10 लाख रुपये) बरामद कर लिया। आरोपितों ने प्राथमिक पूछताछ में स्वीकार किया है कि नशे की लत को पूरा करने के लिए उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया। पकड़े गए आरोपितों की पहचान बासित खान निवासी राजौरी जो इन दिनों बठिंडी में रह रहा है और शहवाज परवेज निवासी गुज्जर नगर के रूप में हुई।
पाश इलाके त्रिकुटा नगर में व्यापारी से छीना था रुपयों से भरा बैग
पुलिस ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि दोनों युवकों ने वारदात को अंजाम देने की साजिश काफी दिन पहले से बनाई थी।वारदात की शाम को वेयर हाउस में मोटरसाइकिल नंबर जेके02एबी-3210 पर दोनों रैकी कर रहे थे ताकि व्यापारी का पीछा कर लूट को अंजाम दे सकें। दोनों की नजर इस दौरान राजेंद्र गुप्ता निवासी सेक्टर नंबर चार, त्रिकुटा नगर पर पड़ी। वह बैग लेकर अपनी कार में सवार होकर घर के लिए निकले। आरोपितों ने मोटरसाइकिल से उनका पीछा करना शुरू कर दिया। जैसे ही गुप्ता ने अपने घर के बाहर कार को रोका, इस दौरान बासित मोटरसाइकिल से उतर कर पैदल उनके पास गया। शहवाज मोटरसाइकिल पर ही बैठा रहा। रुपयों से भरा बैग छीन कर बासित मोटरसाइकिल पर बैठ गया और दोनों वहां से फरार हो गए। जांच के दौरान पुलिस को वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मिली। फुटेज के आधार पर ही दोनों को दबोचा गया। छीनी गई नकदी से आरोपितों ने नरवाल स्थित एक मॉल से खूब शॉपिंग की और कपड़े खरीदे। कुछ रुपये उन्होंने किसी अन्य को भी दिए हैं। व्यापारी राजेंद्र गुप्ता ने रुपये छीनने वाले आरोपितों की पहचान कर ली है। आरोपितों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
कॉल डिटेल से हल हुआ मामला
झपटमारी को हल करने में पुलिस ने आधुनिक तकनीक का सहारा लिया। सीसीटीवी फुटेज में वारदात में शामिल आरोपित का चेहरा तो साफ नहीं दिख रहा था। अलबत्ता उनके हुलिये और हाव-भाव के बारे में जानकारी मिल गई थी। इसके बाद पुलिस ने वारदात के समय वहां चल रहे मोबाइल फोन के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी। इस दौरान पता चला कि एक मोबाइल फोन नंबर से वारदात के कुछ मिनट पहले फोन किया गया था। पुलिस ने उस फोन नंबर को खंगालते हुए बासित खान तक पहुंच गई।
बठिंडी से पकड़े दोनों युवक
पुलिस के अनुसार सुराग मिलने के बाद बठिंडी में रहने वाले बासित खान के घर पर दबिश दी गई। पुलिस छापे के दौरान शहवाज निवासी गुज्जर नगर को पुलिस ने पकड़ लिया। बासित के घर से पुलिस ने उस मोटरसाइकिल को भी बरामद कर लिया, जिसमें सवार होकर दोनों आरोपित वारदात के बाद मौके से फरार हो गए थे। हालांकि इस दौरान पुलिस कर्मियों को गच्चा देकर बासित अपने घर से भागने में कामयाब हो गया। पुलिस कर्मियों ने उसे बाद में बस स्टैंड इलाके से गिरफ्तार किया, उस समय वह राज्य से बाहर भागने की फिराक में था।
बेरोजगार हैं दोनों आरोपित
झपटमारी के आरोपित बासित खान के पिता राज्य पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) में हेड कांस्टेबल हैं। इन दिनों वह बठिंडी में रह रहे हैं। बासित भी उनके साथ ही रह रहा है। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपित पढ़ाई के बाद बेरोजगार हैं। नशे की लत पूरी करने के लिए अपराध कर रहे हैं।
सीसीटीवी कैमरे लगाएं लोग
एसएसपी जम्मू तेजेंद्र सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों और दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगाएं। आपराधिक वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने इस दौरान माना कि पुलिस विभाग के पास पर्याप्त मात्र में सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। इसलिए उन्होंने लोगों ने कैमरे लगाने को कहा है।