केसो-मन्हासा में तीन दिन में दो बार जला ट्रांसफार्मर
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : सरकारें बदली और निजाम भी बदला लेकिन जम्मू संभाग में बिजली विभाग की कार्यप्रणा
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : सरकारें बदली और निजाम भी बदला लेकिन जम्मू संभाग में बिजली विभाग की कार्यप्रणाली में कोई बदलाव नहीं आया। आज से पांच पहले भी गर्मी के मौसम में बिजली की अघोषित कटौती होती थी, जो मौजूदा समय में भी जारी है। इसका प्रमाण गांव पंचायत केसो-मन्हासा के हाई स्कूल मुहल्ला है। यहां ओवरलोड के कारण छह माह में 15 बार बिजली का ट्रांसफार्मर जल चुका है। गत तीन दिनों में यह ट्रांसफार्मर दूसरी बार जल गया है, जिस कारण इस मुहल्ले के लोग तीन दिन से भीषण गर्मी में बिना बिजली के रात बिताने को विवश है। स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जला ट्रांसफार्मर की जगह उच्च क्षमता का ट्रांसफार्मर जल्द नहीं लगाया गया तो वे बिजली कार्यालय का घेराव करने को मजबूर हो जाएंगे।
स्थानीय सरपंच कुलदीप वर्मा के अनुसार स्थानीय ट्रांसफार्मर पर अधिक लोड होने के कारण वह बार-बार जल रहा है। इस समस्या से विभागीय उच्च अधिकारियों को भी अवगत करवाया जा चुका है। विभागीय अधिकारियों ने यह कहकर समस्या को अनसुना कर दिया कि ऐसी कोई ओवरलोडिग नहीं है। उन्होंने कहा कि सो केवीए के ट्रांसफार्मर को अपग्रेड करने की जरूरत है। जब तक उसे अपग्रेड नहीं किया जाएगा, उसके बार-बार जलने का सिलसिला जारी रहेगा। सरपंच ने राज्यपाल से भी इस समस्या को लेकर भेंट करने की मंशा जताई है।
-----------
टार्च की रोशनी में ढूंढते बल्ब का स्विच
सीमावर्ती क्षेत्र रामगढ़ के पंचायत हलकों में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। इन पंचायतों में बिजली की वोल्टेज इतनी कम रहती है कि लोगों को बल्ब का स्विच ढूंढने के लिए टार्च की रोशनी की जरूरत पड़ती है। लो वोल्टेज के कारण यहां के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सीमावर्ती क्षेत्र के कमोर पावर रिसीविंग स्टेशन से आपूर्ति होने वाले पंचायत हलकों के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर लो वोल्टेज की समस्या दूर नहीं हुई तो वे उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।
पिछले करीब दो सप्ताह से लगातार कमोर पावर रिसीविंग स्टेशन से गांवों में बिजली सप्लाई छोड़ी जा रही है, लेकिन वह किसी काम की नहीं है। बिजली की वोल्टेज इतनी कम रहती है कि कोई भी उपकरण सही से नहीं चल पाते हैं। इन पंचायतों के घरों के घरों में पंखे, कूलर और फ्रिज शोपीस बनकर रह गए हैं। हालांकि रात में वोलटेज की सूई सौ से पार पहुंचती है, लेकिन उससे लोगों को कुछ राहत नहीं मिल पाती। स्थानीय पावर रिसीविग स्टेशन पर चार पंचायतों का लोड है। पंचायत लगवाल, केसो-मन्हासां, खानपुर, कौलपुर के करीब दो दर्जन गांव दिन रात लो वोल्टेज की समस्या जूझ रहे हैं। बिजली अधिकारी भी समस्या को दूर करने के लिए कोई कारगार कदम नहीं उठा रहे।
बिजली कटौती से किसान चिंतित
स्थानीय सरपंच कुलदीप वर्मा, नायब सरपंच खानपुर जगदीश राज, नंबरदार कृष्ण लाल, पूर्व सरपंच प्रेम पाल चौधरी, तिलक राज, अश्विनी कुमार, सुभाष चंद्र, जनक राज, बाबू राम, परस राम अन्य ने कहा कि अभी खरीफ सीजन फसल लगाने का काम शुरू भी नहीं हुआ कि हर तरफ लो-वोलटेज समस्या शुरू हो गई है। किसान पहले ही मौसम की बेरुखी से परेशान है ऊपर से बिजली विभाग ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी है। अगर इसी तरह का सिलसिला जारी रहा तो किसानों अपनी फसलों को लगाने और उनकी सिचाई करने में परेशानी होगी।
हर तरफ गहराया पेयजल संकट
बिजली विभाग की लापरवाही के कारण भीषण गर्मी में लोगों को प्यास बुझाने के लिए भी पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है। हर तरफ पेयजल संकट गहराने लगा है। इंसानों के साथ मवेशी भी पानी के व्याकुल हो उठे हैं। लोगों को रोजी-रोटी से ज्यादा पीने के पानी की चिंता सताने लगी है। उन्होंने प्रशासन और विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो पंचायतों के लोग एकजुट होकर बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।
-----------
पहले की तुलना में जम्मू से काफी कम मात्रा में बिजली सप्लाई मिल रही है। इसलिए अघोषित कटौती की जा रही है।
नवरोत्तम कुमार, एक्सईएन विजयपुर
------------
बिजली कटौती से बंद होने के कगार पर लघु उद्योग
संवाद सहयोगी, मीरा साहिब : बिजली की आंखमिचौनी और लो-वोल्टेज के कारण बिजली से चलने वाले लघु उद्योग बंद होने के कगार पर है। कारोबारियों ने राज्यपाल प्रशासन से अघोषित कटौती बंद करने की मांग की है। कस्बे में वेल्डिग का कारोबार करने वाले बोधराज, सुनील कुमार, अमरजीत सिंह का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से बिजली के अघोषित कट ज्यादा लग रहे हैं। इससे उनका कारोबार ठप होने के कगार पर है। बिजली न होने का कारण लेबर बेकार बैठी रहती है। उन्होंने कहा कि बैंक से लिया कर्ज भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। उनका कहना है कि बिजली के आने जाने का कोई निश्चित समय नहीं है। बिजली के आते ही काम शुरू ही होता है कि बिजली गुल हो जाती है। इसी तरह आटा चक्की चलाने वाले ओम प्रकाश, सेवाराम, कुलदीप सिंह का कहना है कि उनके पास काम तो काफी है मगर बिजली नहीं है। उन्होंने बताया कि वे लोग बिजली विभाग के अधिकारियों को इस समस्या अवगत करा चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बरकरार है। उन्होंने कहा कि अगर यही हाल रहा तो क्षेत्र में लघु उद्योग बंद हो जाएंगे।
--------------------
ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ने के कारण कट लगाए जाते हैं। उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या से लोगों को राहत दिलाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
इस संबंध में पूछे जाने पर बिजली विभाग के एइइ मनजीत सिंह का कहना है कि