मतगणना के लिए छह जिलों में मॉडल काउंटिग सेंटरों में ट्रेनिंग जारी
राज्य ब्यूरो जम्मू राज्य में 23 मई को छह संसदीय सीटों के लिए मतगणना को कामयाब बनाने के
राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्य में 23 मई को छह संसदीय सीटों के लिए मतगणना को कामयाब बनाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने मतगणना की पूरी तैयारियां कर ली है।
जम्मू कश्मीर दौरे पर आई भारतीय चुनाव आयोग के अधिकारियों की टीम ने बैठकों में मतगणना को कामयाब बनाने के लिए उठाए गए कदमों का जायजा लिया। आयोग के अधिकारियों ने पहले जम्मू फिर श्रीनगर में बैठकें की। चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि सुरक्षित व पारदर्शी मतगणना के लिए हर संभव कदम उठाया जाए।
भारतीय चुनाव आयोग के निर्देशों पर इस समय छह जिलों में स्थापित मॉडल काउंटिग सेंटरों में मतगणना को लेकर रिटर्निग व सहायक रिटर्निग अधिकारियों की ट्रेनिंग जारी है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेन्द्र कुमार श्रीनगर में उच्च स्तरीय बैठकों में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। रिटर्निग अधिकारी भी अपने स्तर पर उम्मीदवारों व सहायक रिटर्निग अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं।
शैलेन्द्र कुमार का कहना है कि मतगणना को पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से आयोजित करने की पूरी तैयारी हो चुकी है। इस समय मॉडल काउंटिग सेंटरों में ट्रेनिंग जारी है। रिटर्निग व सहायक रिटर्निग अधिकारियों की यह ट्रेनिंग 21 मई को संपन्न होगी।
कुल मिलाकर राज्य के छह जिला मुख्यालयों में 87 मतगणना केंद्र बनाए जा रहे हैं। इनमें से 37 जम्मू संभाग, 46 कश्मीर व चार लद्दाख संभाग के लिए होंगे। राज्य में 23 मई को जम्मू संभाग में दो, कश्मीर संभाग की तीन व लद्दाख की एक सीट के लिए मतगणना होनी है। जम्मू-पुंछ संसदीय सीट के लिए मतगणना केंद्र जम्मू में, ऊधमपुर-डोडा के लिए कठुआ तो कश्मीर की तीन सीटों के लिए अनंतनाग, श्रीनगर व बारामुला जिलों में बनाए गए हैं। लद्दाख के लिए मतगणना केंद्र लेह में है।
इसी बीच मतगणना का जिम्मा संभालने वाले अधिकारियों के लिए चुनाव आयोग की ओर से विशेष हिदायतें जारी की गई हैं। अधिकारियों को सुनिश्चित करना होगा कि मतगणना में कोई कमी न आए। मतगणना के लिए स्ट्रांग रूम से ईवीएम को कंट्रोल यूनिट ही मतगणना केंद्र पर ले जाएगी। अगर कोई उम्मीदवार किसी वीवीपैट की पर्चियों की काउंटिग चाहता है तो उसके रिटर्निग अधिकारी को लिखित में आवेदन करना होगा। इसका फैसला करने का अधिकार रिटर्निग अधिकारी को होगा। अगर रिटर्निग अधिकारी वीवीपैट की पर्चियों की काउंटिग पर राजी होता है तो उसे इसके कारणों के बारे में लिखित में देना होगा। मतगणना के दौरान ईवीएम के कंट्रोल यूनिट में आने वाली किसी भी खराबी के बारे में लिखित रूप से सूचित करना होगा।
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