नार्थ अमेरिका की देनाली चोटी फतह करने निकली जम्मू की एवरेस्टर संगीता
संगीता इस समय नार्थ अमेरिका के अलास्का पहुंच गई हैं जहां से वे अपने अन्य साथियों के साथ कल कहातना ग्लेशियर के लिए रवाना होकर देनाली चोटी अभियान के लिए निकलेंगी।
जम्मू, विकास अबरोल। विश्व की सबसे उम्रदराज महिला एवरेस्टर बनने के बाद अब जम्मू की बेटी संगीता बहल नार्थ अमेरिका की सबसे ऊंची देनाली चोटी को फतह करने के लिए अपने बुलंद इरादों और मजबूत हौसलों के साथ निकल पड़ी हैं।
संगीता बहल ने बताया कि देनाली चोटी अभियान पर रवाना होने से पहले उन्होंने लेह और अमेरिका में जाकर पवर्तारोहण की ट्रेनिंग के अलावा कैंप बनाने, नेविगेट, स्नो एंड आइस क्राङ्क्षफ्टग सहित अन्य प्रशिक्षण हासिल किया। चूंकि देनाली चोटी में हर समय मौसम बदलता रहता है और वहां पर ठंड काफी अधिक होती है। इसी वजह से मौसम में अपने को ढालने के लिए लेह में भी कुछ दिन रही।
गत 10 मई को देनाली चोटी अभियान पर जाते हुए उन्होंने कहा कि अब उन्हें आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता है। मुङो एक बार फिर से अपने देश भारत और जम्मू-कश्मीर का गौरव बढ़ाने का मौका मिला है। इस अभियान में उनके साथ तीन अन्य भारतीय पर्वतारोही भी हैं जो सफल होकर ही लौटेंगे। संगीता इस समय नार्थ अमेरिका के अलास्का पहुंच गई हैं जहां से वे अपने अन्य साथियों के साथ कल कहातना ग्लेशियर के लिए रवाना होकर देनाली चोटी अभियान के लिए निकलेंगी।
गौरतलब है कि अभी तक सात महाद्वीपों की सात सबसे ऊंची चोटियों को नौ भारतीय पर्वतारोही फतह कर चुके हैं। इनमें माली मस्तान बाबू, प्रेमलता अग्रवाल, ताशी मलिक, नुनगशी मलिक, सेवानिवृत्त कमांडर सत्यब्रत धाम, सत्यरूप सिद्धांत, संगीता बहल के पति अंकुर बहल, ग्रुप कैप्टन आरसी त्रिपाठी और कर्नल रणवीर सिंह जम्वाल हैं।
यह है देनाली की खासियत : देनाली का पुराना नाम माउंट मैकिनली है। यह उत्तर अमेरिका महाद्वीप का सबसे ऊंचा पर्वत है। इसकी ऊंचाई 6190 मीटर है।
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