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अपहरणकांड पर मजबूत चालान बनाने में जुटी पुलिस

अवधेश चौहान जम्मू पांचवीं कक्षा के छात्र अनिरुद्ध शर्मा अपहरणकांड के मास्टरमांइड संजय उर्फ संजू को पकड़ने के लिए पुलिस की विशेष जांच टीम ने सोमवार को हिरासत में लिए गए छह आरोपितों और सह अभियुक्तों से अलग-अलग पूछताछ कर अपहरण की तमाम कड़ियों को जोड़ने की कोशिश की। पुलिस की कोशिश है कि अपहरणकांड के चालान को कोर्ट में पेश कर दिया जाए। पुलिस हरेक पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है ताकि कोई भी अपहरणकर्ता चालान में किसी प्रकार की कमजोर कड़ी रहने के कारण अदालत से छूट न जाए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 May 2019 07:53 AM (IST)Updated: Tue, 14 May 2019 07:53 AM (IST)
अपहरणकांड पर मजबूत चालान बनाने में जुटी पुलिस
अपहरणकांड पर मजबूत चालान बनाने में जुटी पुलिस

अवधेश चौहान, जम्मू

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पांचवीं कक्षा के छात्र अनिरुद्ध शर्मा अपहरणकांड के मास्टरमांइड संजय उर्फ संजू को पकड़ने के लिए पुलिस की विशेष जांच टीम ने सोमवार को हिरासत में लिए गए छह आरोपितों और सह अभियुक्तों से अलग-अलग पूछताछ कर अपहरण की तमाम कड़ियों को जोड़ने की कोशिश की। पुलिस की कोशिश है कि अपहरणकांड के चालान को कोर्ट में पेश कर दिया जाए। पुलिस हरेक पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है, ताकि कोई भी अपहरणकर्ता चालान में किसी प्रकार की कमजोर कड़ी रहने के कारण अदालत से छूट न जाए।

जांच टीम का नेतृत्व कर रहे सांबा जिले के एसएसपी ने सोमवार को भी आरोपितों से पूछताछ की। 6 मई को हुए अनिरुद्ध का बड़ी ब्राह्मणा के दस्साल इलाके से हुए अपहरण मामले में मुख्य गवाह के बयान भी दर्ज किए। अनिरुद्ध के घर के साथ लगते मकान के पास एक निजी आइआइटी इंस्टीट्यूट है। उस इंस्टीट्यूट के चौकीदार की पत्नी ने गवाही दी कि उसने 6 मई को अनिरुद्ध को अपनी आंखों के सामने अपहरण होते हुए देखा था। आल्टो कार में तीन लोग सवार थे। महिला गवाह ने दो अपहरणकर्ताओं की पहचान कर ली है। संजय अपहरण के समय कार चला रहा था। वह कार से नीचे नहीं उतरा, क्योंकि उसे स्थानीय लोग पहचानते थे। पुलिस ने चौआदी स्थित उस मकान, जहां अनिरुद्ध को फिरौती के लिए पहली मंजिल पर बने कमरे में रखा गया था, के मकान मालिक और उसकी पत्नी को भी गवाह बनाया है। ये दोनों आरोपितों को अच्छी तरह पहचानते हैं। मकान को 5 मई को किराये पर लिया गया था। 6 मई को अपहरण के बाद अनिरुद्ध को 6 और 7 मई को इसी कमरे में फिरौती की राशि वसूलने के लिए रखा गया था। यह दोनों अहम गवाह बलबीर और अमृत को पहचान गए हैं। संजय अभी फरार है। एक अन्य अपहरणकर्ता अंग्रेज सिह, जिसके ऊधमपुर के टीकरी क्षेत्र के जंगल गली इलाके में स्थित मकान में 20 लाख रुपये की फिरौती वसूली की रकम रखी थी, पुलिस ने बरामदगी में भी कुछ स्थानीय लोगों को गवाह बनाया है। चौआदी के सरपंच भी मामले में गवाह हैं। अपहरणकर्ता बलबीर ने फिरौती की रकम वसूलने के बाद अनिरुद्ध को जाने दिया था और 8 मई की सुबह करीब 5 बजे अनिरुद्ध ने सरपंच बिट्टू से कार में लिफ्ट ली थी। बिट्टू ने ही अनिरुद्ध के मिलने की बात उसके पिता जोगेंद्र और पुलिस को बताई थी। पुलिस की कोशिश है कि सह अभियुक्त को सरकारी गवाह अप्रूवर बनाया जाए।

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नहीं मिल रहा संजय का सुराग

अपहरणकांड का मास्टर माइंड संजय रैना उर्फ संजू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सोमावार को भी माथापच्ची करती रही। संजू एक शातिर अपराधी है। उसने अपने मोबाइल को स्विच ऑफ रखा हुआ है। पुलिस को शक है कहीं वह नेपाल न भाग गया हो। जांच टीम को उम्मीद है कि संजू की गिरफ्तारी शीघ्र संभव होगी। संजू इतना शातिर है कि उसने अपने सुराग अपने साथियों को तक नहीं दिए हैं।

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