राजौरी के 17-वर्षीय अशफाक ने तैयार किया नया फाइल शेयरिंग एप 'Dodo Drop'
चाइना के फाइल शेयरिंग एप पर प्रतिबंध लगने के बाद राजौरी के अशफाक चौधरी ने डोडो ड्रॉप नामक नया फाइल शेयरिंग एप विकसित किया है।
जम्मू, एएनआइ। राजौरी के चेटीयर में रहने वाले 17 वर्षीय अशफाक चौधरी ने चाइना के फाइल शेयरिंग एप के विकल्प के रूप में 'डोडो ड्रॉप' नामक एप विकसित किया है। अशफाक ने बताया कि, "मैंने चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध के बाद इसे विकसित करना शुरु किया था, इसे पूरा करने में मुझे चार सप्ताह का समय लगा। मैं अब भारत के लिए वैश्विक मानक एप विकसित करना चाहता हूं।"
इस एप के द़वारा इंटरनेट एक्सेस के बिना दो उपकरणों के बीच ऑडियो, वीडियो, फोटो और फाइलों को साझा किया जा सकता है। एएनआइ से बात करते हुए, अशफाक महमूद ने बताया कि 'डोडो ड्रॉप' एप्लिकेशन चीनी 'शेयर इट' ऐप का एक विकल्प है। गौरतलब है कि "भारत सरकार ने कई चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, उन ऐप्स में SHAREit भी था, जिसका उपयोग फ़ाइलों को साझा करने के लिए किया जाता था। अशफाक ने कहा कि प्रतिबंध के कारण उपयोगकर्ताओं को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था , और इसलिए मैंने इस फाइल-शेयरिंग ऐप को बनाने का फैसला किया।
हाल ही में भारत सरकार ने 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगाया गया था। भारत में उपयोगकर्ताओं के लिए भारतीय एप बनाने का भी आग्रह किया गया था। इसी क्रम में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगने के बाद शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफ़ॉर्म में उछाल आया था। चीनी एप पर प्रतिबंध लगने के बाद भारतीय एप की लोकप्रियता बढ़ी है।
अशफाक ने कहा कि इस एप्लिकेशन को विकसित करने में उन्हें चार सप्ताह का समय लगा, और इसे इसी साल 1 अगस्त को लॉन्च किया गया है। 'डोडो ड्रॉप' एप्लिकेशन की ट्रांसफर रेट 480 एमबीपीएस है, जो SHAREit ऐप की तुलना में तेज़ है और उपयोग करने में काफी आसान है।
अशफाक ने कहा कि, "हमारे प्रधानमंत्री ने हमेशा विदेशी उत्पादों और ऐप्स पर निर्भरता कम करने और भारत-आधारित ऐप के विकास पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। मैंने भारत-आधारित फ़ाइल विकसित करके 'आत्मनिर्भर भारत' की पहल का हिस्सा बनने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, "मैं भारत के लिए वैश्विक स्तर के ऐप विकसित करना चाहता हूं।"