कश्मीर में पिछले साल 126 युवाओं ने थामी बंदूक
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर में आतंकवाद के प्रति युवाओं के रूझान में वृद्धि के चलते गत वर्ष कश्म
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर में आतंकवाद के प्रति युवाओं के रूझान में वृद्धि के चलते गत वर्ष कश्मीर में 126 युवा आतंकवादी बन गए।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने यह लिखित जानकारी मंगलवार को विधानसभा में नेशनल कांफ्रेंस के विधायक अली मोहम्मद सागर के प्रश्न के उत्तर में दी है।
वर्ष 2016 के मुकाबले 2017 में आतंकवादी बनने वाले युवाओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। वर्ष 2016 में आतंकी बनने वाले युवाओं की संख्या सिर्फ 88 थी। पिछले सात वर्षो में सबसे अधिक आतंकी पिछले वर्ष बने। युवाओं के आतंकी बनने की संख्या में वृद्धि का सिलसिला वर्ष 2014 से शुरू हुआ था।
वर्ष 2010 में 54 कश्मीरी युवा आतंकी बने थे, उसके बाद युवाओं के बंदूक थामने का सिलसिला कम हो गया था। वर्ष 2011 में 23, वर्ष 2012 में 21 व वर्ष 2013 में सिर्फ 16 युवाओं ने ही कश्मीर में बंदूक थामी थी। वर्ष 2014 में 53 युवा आतंकवादी बने, अगले साल 66 ने बंदूक थामी थी।
कश्मीर में आतंकी कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद लोगों के आतंकवादी बनने में तेजी आई।
वहीं सागर के प्रश्न के उत्तर में दी गई जानकारी के अनुसार पिछले तीन वर्षो में दो महिला अलगाववादियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ पब्लिक सेफ्टी एक्ट लगाया गया है। इसके साथ 96 महिलाओं समेत 2694 लोग इस समय राज्य की विभिन्न जेलों में कैद हैं। सरकार के पास देश के अन्य हिस्सों में कैद किए गए राज्यवासियों के बारे में कोई आंकड़ा नहीं है।
पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत 213 लोगों को पकड़ा गया है। वहीं एपडीपीएस एक्ट के तहत पकड़े गए लोगों में एक महिला भी शामिल है। किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा कोई व्यक्ति इस समय जेल में बंद नही है।