100 करोड़ से होगा जम्मू विश्वविद्यालय का कायाकल्प, पहली किस्त के रूप में 33 करोड़ की धनराशि आवंटित हुर्इ
केंद्र सरकार के राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत जम्मू विश्वविद्यालय के विकास के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 100 करोड़ रुपये मंजूर किए थे।
जम्मू, सतनाम सिंह। केंद्र के विशेष अनुदान से जम्मू विश्वविद्यालय का कायाकल्प होना शुरू हो गया है। केंद्र सरकार के राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत जम्मू विश्वविद्यालय के विकास के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 100 करोड़ रुपये मंजूर किए थे। इसकी पहली किस्त के रूप में 33 करोड़ की धनराशि आवंटित हो चुकी है। इसके लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का काम शुरू कर दिया है।
इसकी शुरुआत जम्मू विश्वविद्यालय में सभी पोस्ट ग्रेजुएट विभागों के पाठ्यक्रम बदलाव से हुई है। लंबे समय से पुराने पाठ्यक्रम को ही पढ़ाया जा रहा था। चालीस से अधिक विभागों में से तीस विभागों ने कार्यशाला करवा विशेषज्ञों को बुलाकर पाठ्यक्रम में बदलाव पर चर्चा कर ली है। अब पाठ्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
अगले सत्र से जम्मू विवि में नया पाठ्यक्रम लागू हो जाएगा
उम्मीद जताई जा रही है कि अगले सत्र से जम्मू विवि में नया पाठ्यक्रम लागू हो जाएगा। रूसा से आई धनराशि के तहत साइंस व अन्य संबधित विभागों में लैब विकसित करने की दिशा में काम शुरू हो गया है। लैब में नए उपकरण लाए जाएंगे जिनकी जरूरत थी। रूसा के कोआर्डिनेटर प्रो. नरेश पाधा ने कहा कि पहली किस्त में आई धनराशि के हिसाब से कार्य तेजी के साथ शुरु हो चुके है। करीब पंद्रह करोड़ रुपये की धनराशि से वर्कर्स विभाग काम करेगा। लाइब्रेरियों का भी विस्तार होगा।
उपराज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा का कहना है कि जम्मू विश्वविद्यालय की रैकिंग बेहतर थी, इसके आधार पर यह राशि आवंटित की गई है। इस राशि के इस्तेमाल के लिए यूजीसी की अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काफी विकास हो रहा है।