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जागरण फिल्म फेस्टिवल की यादें, जब कलाकारों ने साझा किए अपने अनुभव

29 जून से जागरण फिल्म फेस्टिवल के नौंवें संस्करण का शुभारंभ हो गया है। जागरण फिल्म फेस्टिवल में कई सितारें अपने-अपने अनुभव साझा कर चुके हैं।

By Arti YadavEdited By: Published: Sat, 30 Jun 2018 03:08 PM (IST)Updated: Sat, 30 Jun 2018 04:20 PM (IST)
जागरण फिल्म फेस्टिवल की यादें, जब कलाकारों ने साझा किए अपने अनुभव
जागरण फिल्म फेस्टिवल की यादें, जब कलाकारों ने साझा किए अपने अनुभव

नई दिल्ली (जेएनएन)। 29 जून से जागरण फिल्म फेस्टिवल के नौंवें संस्करण का शुभारंभ हो गया है। नौवें जागरण फेस्टिवल के पहले दिन सिरी फोर्ट का माहौल पूरी तरह से सिनेमा और सितारों के रंग में रंग गया। साथ ही अपनी पसंद की फिल्मों और सितारों को देखने के लिए युवाओं से लेकर हर तरह के दर्शक वर्ग में गर्मजोशी का माहौल बना रहा। इससे पहले भी आयोजित जागरण फिल्म फेस्टिवल में कई सितारें अपने-अपने अनुभव साझा कर चुके हैं।

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साल 2017 में जागरण फिल्म फेस्टिवल में अभिनेता ऋषि कपूर ने कहा था कि बात 1998 की है जब फिल्म कोई मिल गया की योजना बन रही थी, राकेश रोशन मेरा पुराना दोस्त है, उसने मुझे फोन किया कि उसकी फिल्म में मुझे पिता का रोल करना है। उसने मुझसे कहा कि अपना फैसला दो दिन में बताओ। मैंने राकेश को कहा कि मैं अपने करियर का फैसला इतनी जल्दी नहीं लेता। उसने हंसते हुए कहा कि कौन सा करियर। उसकी ये बात मुझे चुभ गई और मुझे लगा कि मेरे भीतर एक्टर तो अभी जिंदा है। उस दिन मैंने ठान लिया था कि मैं चरित्र अभिनेता बनकर रहूंगा। मैं आज भी राकेश को कहता हूं कि अगर उस दिन तुमने मेरा मजाक नहीं उड़ाया होता तो मेरी वापसी नहीं होती।

2016 में जागरण फिल्म फेस्टिवल में नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि ट्विटर और फेसबुक मुझे समय की बर्बादी लगते हैं। कतई बेकार की चीज, ये वैसी वाली बात है जब मैं बारह तेरह साल का था तो अपने मामू के साथ शिकार पर जाता था, तो उनकी बन्दूक पकड़ कर बैठ जाता था। तब मैं सोचता था, ख्बाबों में, कि वहां दूर कोई लड़की मुझे देख रही है और मैं कोई बहुत बड़ा शिकारी हूं। सोशल मीडिया पर भी इंसान अपनी फैंटेसी को कुछ इसी तरह पूरा करता है और कुछ नहीं। 

2017 में आयोजित जागरण फिल्म फेस्टिवल में अभिनेता वरुण धवन ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा था कि मुझे इस बात को लेकर संदेह था कि मेरे पिता मुझे फिल्मों में लॉन्च करेंगे। एक बार मेरी मां ने भी मुझसे कहा कि पिता तुम्हें लॉन्च नहीं करेंगे। इसके बाद मेरे भाई ने मुझे कहा कि आप ऑडिशन के लिए जाओ। मैंने फिल्म धोबीघाट के लिए ऑडिशन दिया, मैं कई आडिशन में असफल भी हुआ। मैं करण जौहर से मिलने उनके ऑफिस गया। उस वक्त मेरे बाल पीछे से काफी लंबे होते थे। उन्होंने पूछा कि तुम क्या करना चाहते हो, मैंने कहा कि आपको असिस्ट करना चाहता हूं। करण ने कहा कि धर्मा प्रोडक्शन्स में कई असिटेंट हैं लेकिन अगर तुम काम करना चाहते हो तो तुम्हें बाल छोटे करवाने होंगे। 


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