हम क्या मंगल पर पानी मिलने का कर रहे हैं इंतजार...?
इसमें कोई दो राय नहीं कि ‘जल ही जीवन है’। अब यह हम पर निर्भर करता है कि क्या हम जल रूपी जीवन को बर्बाद करते हैं या बचा कर चलते हैं?
हम में से ज्यादातर लोग चाय पीने के बाद कप को सिंक में छोड़ देते हैं। कुछ घंटों बाद उस कप को दूसरे बर्तनों के साथ धोते हैं। लेकिन क्या आपको अंदाजा है कि आपकी इस आदत से कितना पानी बर्बाद होता है? अगर कप को चाय पीने के तुरंत बाद साफ कर दिया जाए, तो उसे धोने में लगभग 50 प्रतिशत कम पानी खर्च होता है। इस बात को टाटा टी द्वारा चलाए जा रहे कैंपेन 'अलार्म बजने से पहले जागो रे' के तहत 'वर्ल्ड वाटर डे' के मौके पर जारी किए गए वीडियो में बड़े प्रभावी तरीके से दिखाया गया है। जी हां, रोजमर्रा के कामकाज के दौरान आपको इस बात का अहसास भी नहीं होता कि आप कितना पानी बर्बाद कर रहे हैं? आइए हम आपको बताते हैं कि आप हर रोज कितना पानी बर्बाद करते हैं। लेकिन अगर आप चाहें, तो इस पानी को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है।
ब्रश करते समय...
ज्यादातर लोग जब ब्रश करते हैं, तो नल खुला छोड़ देते हैं। ऐसे में पानी बहता रहता है और हम अपनी ही मस्ती में दांतों को साफ करते रहते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो ब्रश करते वक्त नल खुला नहीं रखते। ये लोग ब्रश करते समय मग या डिब्बे से पानी का इस्तेमाल करते हैं। आपको शायद यकीन ना हो, लेकिन नल खुला छोड़ कर ब्रश करने से लगभग 10 लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। इस तरह एक शख्स महीने में 300 लीटर पानी ब्रश करने के दौरान बर्बाद कर देता है।
शेविंग करते समय...
एक अनुमान के मुताबिक, शेविंग करते समय अगर आप नल की टोंटी खुली छोड़ देते हैं तो लगभग 6 लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। लेकिन शेविंग करते समय नल खुला नहीं छोड़ें तो हर महीने लगभग 200 लीटर पानी बर्बाद होने से बचाया जा सकता है।
शावर बनाम बाल्टी..
अजय रोज बाल्टी में पानी भरकर नहाते हैं। उनकी बाल्टी में लगभग 15 लीटर पानी आता है, वह दो बाल्टी में नहा लेते हैं। वहीं दूसरे शख्स अरविंद रोजाना शॉवर लेते हैं। ऐसे में नहाते समय अजय का पानी का खर्च 30 लीटर है, वहीं अरविंद शावर लेते समय 60 लीटर पानी इस्तेमाल करते हैं।
बूंद-बूंद बर्बादी...
बाथरूम या घर में नलों के रिसने से भी हजारों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। नल की टोंटी खराब हो जाए और एक मिनट पानी टपकता रहे तो 45 बूंद पानी बह जाता है। इससे तीन घंटे में लगभग 1 लीटर से ज्यादा पानी बर्बाद हो जाता है। अगर घर में पानी के पाइप या नलों में किसी तरह का रिसाव होता है, तो उसे ठीक कराने में हफ्तों लगा देते हैं। आपको शायद इस बात का अंदाजा ना हो, लेकिन एक बूंद प्रति सेकंड की दर पर टपकने वाले नलों से हर वर्ष 10,000 लीटर पानी व्यर्थ हो सकता है।
कार धोते वक्त...
रवि पाइप से पानी डालकर कार धोते हैं, जिसमें 240 लीटर के लगभग पानी खर्च हो जाता है। वहीं पवन बाल्टी में पानी लेकर कार की धुलाई करते हैं। ऐसे में सिर्फ 30 से 40 लीटर पानी ही खर्च होता है। ऐसे में हर हफ्ते कार धोते समय पवन लगभग 200 लीटर पानी बचा लेते हैं। आप कार धोते समय 200 लीटर पानी बचाते हैं या बर्बाद करते हैं?
बर्तन धोते समय...
शर्मिला हर रोज टब में पानी भरकर बर्तन धोती है। इसमें लगभग 5 से 6 लीटर पानी खर्च होता है। वहीं रेखा सिंक में नल के नीचे बर्तन धोती हैं। इसमें लगभग 20-22 लीटर पानी खर्च होता है। ऐसे में शर्मिला हर दिन लगभग 40 लीटर और महीने में 1200 लीटर पानी बचाती हैं।
इसमें कोई दो राय नहीं कि ‘जल ही जीवन है’। अब यह हम पर निर्भर करता है कि क्या हम जल रूपी जीवन को बर्बाद करते हैं या बचा कर चलते हैं? हम अपनी छोटी-छोटी आदतों को बदल कर बड़ी मात्रा में जल बचा सकते हैं। बहुत से लोग तो पानी बचाने के मिशन पर निकल पड़े हैं। आपने क्या सोचा है, क्या आप इस पानी बचाने के मिशन पर चलने के लिए तैयार हैं? क्या आज से आप रोजमर्रा की जिंदगी में पानी बचाने की कोशिश करेंगे? क्या पानी की एक बूंद को भी बर्बाद करने से पहले दस बार सोचेंगे? क्या समय से पहले जागेंगे?