अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने की घोषणा, दो साल में एक बार होगा जूनियर हॉकी विश्व कप
एफआइएच ने जूनियर विश्व कप दो साल में एक बार कराने और रैंकिंग प्रणाली को बेहतर और सरल बनाने का एलान किया है
भुवनेश्वर, प्रेट्र। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआइएच) ने जूनियर विश्व कप दो साल में एक बार कराने और रैंकिंग प्रणाली को बेहतर और सरल बनाने का एलान किया है जिसमें सभी देशों को अंक हासिल करने का मौका मिल सके।यहां चल रहे विश्व कप के दौरान एफआइएच सीईओ थियरे वील ने पत्रकारों से कहा, हमने एफआइएच कार्यकारी बोर्ड की शुक्रवार को हुई बैठक में फैसला लिया है कि जूनियर विश्व कप दो साल में एक बार कराया जाए, ताकि हर पीढ़ी के युवा को इसमें खेलने का मौका मिल सके।
चार साल में एक बार होने पर कई खिलाड़ी इतना महत्वपूर्ण टूर्नामेंट खेलने से वंचित रह जाते हैं। यह पूछने पर कि अगला जूनियर विश्व कप कब खेला जाएगा, तो उन्होंने कहा, संभवत: 2019 में, लेकिन अभी इसकी पुष्टि होनी बाकी है। पिछला जूनियर विश्व कप लखनऊ में 2016 में खेला गया था जिसे मेजबान भारत ने जीता था।रैंकिंग प्रणाली के बारे में उन्होंने कहा, हमें एक नई रैकिंग प्रणाली पर काम करना होगा, जो सरल हो और हर देश को इसमें अंक हासिल करने का मौका मिल सके। इससे हर टूर्नामेंट के आखिर में हम ताजा रैकिंग तुरंत बता सकेंगे। पाकिस्तान में हॉकी को ढर्रे पर लाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।
एशियाई हॉकी महासंघ के प्रमुख तैयब इकराम ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान में हॉकी लगभग खत्म हो चुकी है और मौजूदा हालत में सुधार आए बिना कुछ नहीं हो सकता। वील ने कहा, मैंने एफआइएच बोर्ड में शामिल पाकिस्तानी सदस्य शाहबाज अहमद से इस बारे में बात की है। पाकिस्तान में हॉकी खत्म नहीं हुई है। पाकिस्तान हर बड़े टूर्नामेंट में भाग ले रहा है। इकराम का कहना था कि पाकिस्तान में हॉकी को फिर लोकप्रिय बनाने के लिए वहां हॉकी मैच होने जरूरी हैं और हम इस दिशा में काम कर रहे हैं।