CWG 2018: हॉकी में खाली रहे भारत के हाथ, इंग्लैंड ने तोड़ा भारत के मेडल का सपना
भारत की पुरुष और महिला टीमें शनिवार को कांस्य पदक के मुकाबले में हारकर चौथे स्थान पर रहीं।
गोल्ड कोस्ट, पीटीआइ। भारतीय खिलाड़ियों ने जहां गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में शनिवार को शानदार प्रदर्शन कर पदकों की झड़ी लगाई, तो हॉकी के मैदान से भारतीय टीमें खाली हाथ ही लौटी जिससे खेल प्रेमियों को निराशा मिली।
भारत की पुरुष और महिला टीमें शनिवार को कांस्य पदक के मुकाबले में हारकर चौथे स्थान पर रहीं। दोनों ही मुकाबलों में भारतीय टीमों को इंग्लैंड की टीमों के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। पुरुष टीम 1-2 से मुकाबला हारी, तो महिला टीम ने 0-6 से मुकाबला गंवाया। इत्तेफाक से भारत ने दोनों वर्गो के पूल चरण में इंग्लैंड को हराया था। पुरुष टीम जहां 4-3 से जीती थी, तो वहीं महिला टीम ने तब 2-1 से मैच अपने नाम किया था।
शनिवार को पुरुषों के मुकाबले में पहले क्वार्टर में सातवें मिनट में सैम वार्ड ने गोल कर इंग्लैंड का खाता खोला। भारत को वरुण कुमार ने 27वें मिनट बराबरी दिलाई। तीसरे क्वार्टर के 43वें मिनट में सैम ने एक और गोल कर इंग्लैंड को फिर से आगे कर दिया। चौथे क्वार्टर में दोनों टीमों की ओर से कोई गोल नहीं हो सका और भारत यह मुकाबला गंवा बैठा।
भारतीय महिला टीम ने तो बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया। वह एक भी पेनाल्टी कॉर्नर को नहीं भुना सकी। भारतीय महिला हॉकी टीम लगातार तीसरी बार कॉमनवेल्थ गेम्स से खाली हाथ लौटेगी। पिछली बार उसने 2006 में मेलबर्न में रजत जीता था। इंग्लैंड के लिए सोफी ब्रे (44, 49 और 56वें मिनट) ने मैदानी गोल किए, जबकि होली (27वें मिनट), लौरा उन्सवर्थ (55वें मिनट) और कप्तान एलेक्जेंड्रा डेनसन (57वें मिनट) ने एक-एक गोल दागा।