हॉकी विश्व कप से पहले भारतीय कप्तान मनप्रीत ने भरी हुंकार, बोली दी ये बड़ी बात
ऐतिहासिक कलिंगा स्टेडियम में 28 नवंबर से 16 दिसंबर के दौरान होने वाले हॉकी विश्व कप में दुनिया की शीर्ष-16 टीमें भाग ले रही हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भुवनेश्वर का कलिंगा स्टेडियम जहां एक ओर हॉकी विश्व कप की मेजबानी के लिए तैयार है तो दूसरी ओर भारतीय समर्थकों को उम्मीद है कि इस बार उनकी टीम 43 साल के पदक के सूखे को खत्म करने में सफल रहेगी। टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम भी कमर कस चुकी है और उसे भी खिताब की दौड़ में शामिल माना जा रहा है। हालांकि, कप्तान मनप्रीत सिंह की सोच इससे अलग है और उनका ध्यान फिलहाल पूल में शीर्ष पर रहकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने पर है।
ऐतिहासिक कलिंगा स्टेडियम में 28 नवंबर से 16 दिसंबर के दौरान होने वाले हॉकी विश्व कप में दुनिया की शीर्ष-16 टीमें भाग ले रही हैं। मेजबान भारतीय टीम के लिए यह फायदे की बात है कि उसे इसी मैदान पर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने का मौका मिला।
विश्व कप के लिए जो भारतीय टीम चुनी गई है उसमें सात ऐसे खिलाड़ी हैं जो दो साल पहले हरेंद्र सिंह की कोचिंग में ही जूनियर विश्व कप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। साथ ही टीम में पीआर श्रीजेश, चिंग्लेनसाना सिंह, आकाशदीप सिंह और कप्तान मनप्रीत सिंह जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं, जिन्होंने भारत के लिए 150 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
भारतीय टीम ने अब तक सिर्फ एक बार 1975 में विश्व कप जीता है और इस बार मेजबान टीम से शीर्ष-तीन में रहने की उम्मीद की जा रही है। हालांकि, मनप्रीत ने जोर देते हुए कहा कि उनका लक्ष्य पूल में शीर्ष पर रहना है। शानदार फॉर्म के दौर से गुजर रहे इस मिडफील्डर ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि हम पूल चरण में हर मैच जीतना चाहते हैं। हम हर मैच से तीन अंक हासिल करना चाहते हैं और शीर्ष पर रहकर क्वार्टर फाइनल में जाना चाहते हैं। यह हमारी पहली बाधा है। यह विश्व कप है और प्रत्येक टीम यहां जीतने की मानसिकता के साथ आएंगी और हम किसी भी टीम को हल्के में नहीं लेना चाहते हैं, चाहें वह दक्षिण अफ्रीका हो, कनाडा हो या फिर दुनिया की तीसरे नंबर की टीम बेल्जियम।’
भारतीय टीम को पूल-सी में अपना पहला मैच 28 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से खेलना है। उसके बाद वह दो दिसंबर को बेल्जियम का सामना करेगी। भारतीय टीम का अंतिम पूल मैच आठ दिसंबर को कनाडा के खिलाफ होगा। भारत ने पिछले दो साल में किसी बड़े टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका का सामना नहीं किया है। मनप्रीत ने कहा कि पहले मैच में जीत उन्हें सही राह पर ले जाएगी। 26 वर्षीय इस भारतीय कप्तान ने कहा, ‘हम उनके साथ किसी बड़े टूर्नामेंट में नहीं खेले, लेकिन गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान हम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभ्यास मैच खेले थे। उस मैच से हमें यह अंदाजा है कि वे कैसे खेलते हैं। हालांकि, तब हम जीते थे, लेकिन हम पूर्व के परिणाम पर निर्भर नहीं रहेंगे।