भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान ने क्यों कहा, अब दुनिया की शीर्ष टीमों से नहीं डरते
इसके अलावा टीम लंदन में विश्व कप में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची और कॉमनवेल्थ गेम्स में चौथे स्थान पर रही।
नई दिल्ली, जेएनएन। इस साल शीर्ष रैंकिंग वाली टीमों के खिलाफ मिली सफलता ने भारतीय महिला हॉकी टीम में नया आत्मविश्वास भरा है और अब वह किसी का सामना करने से डरती नहीं है। यह मानना है भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल का।इस साल भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियन गेम्स और एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता।
इसके अलावा टीम लंदन में विश्व कप में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची और कॉमनवेल्थ गेम्स में चौथे स्थान पर रही। रानी ने कहा कि हम एशियन गेम्स और एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण पदक जीतना चाहते थे, लेकिन कुल मिलाकर 2018 हमारे लिए अच्छा रहा। कॉमनवेल्थ गेम्स में इंग्लैंड को 2-1 से हराना और लंदन विश्व कप में उनसे 1-1 से ड्रॉ खेलना और गोल्ड कोस्ट में सेमीफाइनल तक पहुंचने से टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है।
रानी ने कहा कि हम बड़े टूर्नामेंटों में शीर्ष टीमों को कड़ी चुनौती दे सकते हैं। हमें विरोधी टीमें अब हलके में नहीं ले रहीं और यह हमारी इस साल की सबसे बड़ी उपलब्धि है। हमारी अंडर-18 टीम ने भी यूथ ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन किया और रजत पदक जीता। नए खिलाड़ी उभर रहे हैं और सीनियर भी बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं।