हॉकी वर्ल्डकप 2018: हार के बाद अंपायर पर भड़के भारतीय कोच, कहा कुछ ऐसा...
इस हार के बाद भारतीय टीम के कोच हरेंद्रे सिंह काफी नाराज दि
नई दिल्ली, जेएनएन। पिछले 43 साल में पहली बार विश्व कप में पदक जीतने का भारतीय हॉकी टीम का सपना गुरुवार को क्वार्टर फाइनल में तीन बार की चैंपियन नीदरलैंड्स से 1-2 से मिली हार के साथ टूट गया। बेहद आक्रामक और रोमांचक इस मुकाबले में डच टीम का अनुभव मेजबान टीम पर भारी पड़ा। भारतीय टीम ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन भी किया। 49वें मिनट तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर चल रही थीं।
इस हार के बाद भारतीय टीम के कोच हरेंद्रे सिंह काफी नाराज दिखे, हरेंद्र ने अंपायर के फैसला उठाते हुए कहा कि मेरी समझ में नहीं आता कि अमित रोहिदास को 10 मिनट का पीला कार्ड क्यों दिखाया गया, जबकि मनप्रीत को पीछे से धक्का मारने पर भी डच खिलाड़ी को कोई कार्ड नहीं मिला। हम एशियन गेम्स के बाद विश्व कप जीतने का मौका भी खराब अंपायरिंग से गंवा बैठे। मैं इस हार के लिए माफी चाहता हूं, लेकिन जब तक अंपायरिंग का स्तर नहीं सुधरेगा। हम ऐसे ही नतीजों का सामना करते रहेंगे।
मेरे करियर में किसी भी विरोध का नतीजा अच्छा नहीं रहा है। हम इसे गरिमा के साथ स्वीकार करते हैं लेकिन तटस्थ अंपायरिंग की भी मांग करते हैं। अंपायर का एक गलत फैसला किसी टीम की चार-पांच साल की मेहनत पर पानी फेर देता है।
हार के बावजूद कोच ने अपने खिलड़ियों की तारीफ करते हुए कहा, 'उन्होंने बराबरी से मुकाबला किया और मैं उनको सलाम करता हूं। दोनों टीमों ने काफी आक्रामक हॉकी खेली और कई बार आप सही पोजिशन पर नहीं रहते या स्टिक सही जगह नहीं होती तो यह सब होता रहता है। गोलकीपर के बिना भी जिस तरह से मेरे खिलाड़ी खेले, उनको सलाम है।'