ल्यूमिनस उद्योग के कामगारों का हल्ला बोल, पुलिस रही तैनात
ल्यूमिनस उद्योग के लगभग 400 कामगारों ने सीटू के बैनर तले एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की । इस हड़ताल में मजदूरों द्वारा उद्योग प्रवंधन से मांग की है कि उद्योग प्रवंधन द्वारा जिन 10 मजदूरों का स्थान्तरण किया गया है उसे तुंरत रद्द किया जाए और मजदूरों के सतब उद्योग प्रवंधन द्वारा जो अन्याय किया जा रहा है उसे तुरन्त बन्द किया जाए ।
संवाद सहयोगी, गगरेट : गगरेट स्थित ल्यूमिनस उद्योग के करीब 400 कामगारों ने शुक्रवार को मांगों के समर्थन में सीटू के बैनर तले एक की सांकेतिक हड़ताल की। कामगारों ने उद्योग प्रवंधन से मांग की है कि उद्योग प्रबंधन ने जिन 10 मजदूरों का स्थानांतरण किया है उसे तुरंत रद किया जाए। मजदूरों के साथ जो किए जा रहे अन्याय को भी बंद किया जाए। ल्यूमिनस कामगार यूनियन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उद्योग प्रबंधन श्रम विभाग के नियमों की अवहेलना कर रहा है और कामगारों का शोषण किया जा रहा है। यदि उद्योग प्रबंधन ने मांगें नहीं मानी तो आंदोलन जारी रहेगा।
ल्यूमिनस उद्योग प्रबंधन ने उच्च न्यायालय में एक याचिका दी थी। इसमें कामगारों की हड़ताल के संबंध में जानकारी दी थी। इस पर उच्च न्यायालय ने पुलिस को निर्देश दिए थे कि उद्योग परिसर के 200 मीटर के दायरे में किसी भी कामगार को हड़ताल के दौरान आने की इजाजत नहीं थी। इन्हीं निर्देश के आधार पर प्रशासन ने 60 पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया था ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।
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पहले भी हुआ था विवाद
इससे पहले भी उद्योग के कामगार मांगों के समर्थन में हड़ताल पर गए थे। इसके चलते ट्रक यूनियन के लोगों ने कामगारों को पीट दिया था। इसमें करीब 50 कामगार घायल हुए थे। पुलिस ने 28 कामगार और ट्रक यूनियन के 12 सदस्यों पर मामले दर्ज किए थे। लम्बे समय से चल रहे विवाद में न तो उद्योग प्रबंधन झुकना चाहता है और न ही कामगार पीछे हटना चाहते हैं।
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कामगार यूनियन मांगों के समर्थन में प्रदर्शन करती रहेगी यदि उद्योग प्रबंधन ने मांगें नहीं मानी तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।
-मनोज शोंकी, अध्यक्ष, कामगार यूनियन।
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कामगारों का आंदोलन शांतिपूर्वक हुआ। करीब 60 पुलिस कर्मचारी तैनात थे और किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई।
रमेश कुमार, एएसआइ, पुलिस थाना गगरेट।