हेलमेट व मास्क पहनते हैं नाम से, हमें बचना है सिर्फ चालान से
कोविड-19 के शुरुआती दिनों में हर कोई पूरे नियमों का पालन कर रहा था लेकिन जैसे-जैसे अनलॉक प्रक्रिया के तहत ढील दी गई लोग नियमों को भी दरकिनार करते चले गए।
अविनाश विद्रोही, गगरेट :
कोविड-19 के शुरुआती दिनों में हर कोई पूरे नियमों का पालन कर रहा था, लेकिन जैसे-जैसे अनलॉक प्रक्रिया के तहत ढील दी गई लोग नियमों को भी दरकिनार करते चले गए। अब हालत यह है कि लोग हेलमेट की तरह मास्क को साथ में तो रखते हैं लेकिन पहनते नहीं। इस समय त्योहारी सीजन चल रहा है। ऐसे में बाजारों में भीड़ बढ़ रही है और नियमों का पालन न करने से कोविड-19 के कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा भी बढ़ रहा है।
पुलिस अब तक 6400 चालान काट चुकी है, लेकिन फिर भी लोग मास्क मजबूरी में या चालान के डर से पहन रहे हैं। हालांकि प्रशासन अपने स्तर पर बैठकें करके इस समस्या के समाधान के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है। पुलिस विभाग बाजार के व्यापारियों से बैठक करके बाजार में कोविड नियमों के पालन के लिए व्यवसायियों से सहयोग की अपेक्षा कर रहा है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग लोगों को कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों पर इसके बाद के प्रभाव लोगों को बताने के लिए कार्यशाला आयोजित कर रहा है। सरकार अब इस विषय पर भी काम कर रही है कि लोग ये भी समझें कि पॉजिटिव आने के बाद जो लोग स्वस्थ होते हैं उन पर कैसा प्रभाव रहता है। शायद लोग कोरोना वायरस को इसलिए भी हल्के में ले रहे हैं क्योंकि अब केस आने कम हो गए हैं लेकिन इसका दूसरा पहलू यह भी है कि अब लोग टेस्ट कम करवा रहे हैं। पुलिस कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करवाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है, लेकिन लोगों को भी इसके लिए खुद सतर्क होना पड़ेगा।
-अर्जित सेन, एसपी ऊना स्वास्थ्य विभाग लोगों को लगातार जागरूक कर रहा है ताकि लोग कोविड-19 को हल्के में न लें। बहुत से लोगों को लग रहा है कि लोग ठीक हो रहे हैं और इसका प्रभाव कुछ नहीं है जबकि इस वायरस का प्रभाव जीवन भर रहता है।
-डाक्टर रमन कुमार, सीएमओ। प्रशासन हर संभव प्रयत्न कर रहा है ताकि लोग कोविड 19 वायरस के प्रभाव को समझें। मास्क और दो गज की दूरी का पालन खुद से करें। यह उनके ही स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है।
-राघव शर्मा उपायुक्त ऊना।