संवाद सहयोगी, दौलतपुर चौक: गगरेट के गांव घनारी में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में खासकर छोटे बच्चों व महिलाओं का घरों से बाहर निकलना मुश्किल होता जा रहा है।

रास्ते में बंदर कब हमला कर दें, कुछ कहा नहीं जा सकता। बुधवार देर शाम घनारी के वार्ड नंबर सात में पांच वर्षीय बच्ची घर पर अकेली खेल रही थी, तभी अचानक से उस पर बंदरों ने हमला कर दिया।

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बच्ची को बचाने के लिए बंदरो के झुंड में कूदी मां

बच्ची को अकेला बंदरों के बीच घिरा देखकर मां डर गई और बच्ची को बंदरों से बचाने के लिए बंदरो के झुंड में कूद पड़ी। मां के जोर से चिल्लाने पर बंदर बच्ची को छोड़कर भाग गए। हमले में बच्ची घायल हो गई। बच्ची का उपचार गगरेट अस्पताल में चल रहा है। लोगों का कहना है कि बंदरों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

हर तीसरे दिन ऐसी घटना हो जाती है। कई बार बंदरों के आतंक के कारण बच्चों को स्कूल में भी अभिभावकों को छोड़कर आना पड़ता है। लोगों की मांग है कि वन विभाग इस पर कार्रवाई करे। वन रेंज अधिकारी भरवाईं गिरधारी लाल ने कहा कि विभाग जल्द बंदरों को पकड़ने के लिए मुहिम शुरू करेगा।

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Edited By: Jagran News Network