डॉक्टरों के कमरे के बाहर लगी टोकन डिस्पले स्क्रीन बनीं शोपीस
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में कई सुविधाएं ऐसी हैं जो वर्तमान में समस्या का रूप धारण कर चुकी हैं।
संवाद सहयोगी, ऊना : क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में कई सुविधाएं ऐसी हैं जो वर्तमान में समस्या का रूप धारण कर चुकी हैं। इस कड़ी में अस्पताल में चिकित्सकों के ओपीडी कक्षों के बाहर लगाई गई टोकन नंबर डिस्प्ले स्क्रीन भी एक है जिसके माध्यम से मरीजों का नंबर चिकित्सीय जांच के लिए क्रम बारी आना था। वहीं निष्पक्ष रूप से ओपीडी में कोई भी मरीज नंबर के हिसाब से अपनी बारी का इंतजार कर सकता था। इस सुविधा पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा भारी खर्च कर डिस्प्ले स्क्रीन को चिकित्सकों के कमरों के बाहर टांग तो दिया गया लेकिन सही मायनों में इसका इस्तेमाल आज दिन तक किया नहीं जा चुका है। इससे न केवल खर्च किया गया धन व्यर्थ हो रहा है, बल्कि मरीजों को भी यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। अब तो लोग भी अस्पताल के अधिकारियों से प्रश्न पूछ रहे हैं आखिर टांगी गई टोकन डिस्प्ले स्क्रीन कब शुरू होंगी। हैरत इस बात की है इतने समय बाद भी डिस्प्ले न चलने पर अब अस्पताल प्रबंधन कम स्टाफ की दुहाई दे रहा है। जबकि इसे स्थापित करने से पूर्व इन सब बातों का ध्यान कहीं से भी नहीं रखा गया। वर्तमान में अस्पताल में यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, एमडी मेडिसिन, सर्जन, ऑर्थो सहित अन्य चिकित्सीय ओपीडी में मरीजों की लंबी कतारे देखने को मिलती हैं। मरीजों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यहां ओपीडी टोकन डिस्प्ले अहम भूमिका अदा कर सकती है। वहीं इस दिशा में अस्पताल प्रबंधन कोई कदम नहीं उठाना चाहता। हालांकि अस्पताल प्रबंधन के लिए यह कोई नई बात नहीं है। इससे पूर्व भी ऐसी कई योजनाएं हैं, जिन्हें अस्पताल प्रबंधन द्वारा घोषित किया गया लेकिन अमलीजामा पहनाने के लिए कोई जहमत नहीं उठाई गई। वर्तमान में अस्पताल के चिकित्सकों के कक्षों के बाहर टंगे टोकन डिस्प्ले बोर्ड खुद ही शोपीस साबित हो रहे हैं। यकीनन ही इस बारे में अस्पताल प्रबंधन को उचित कदम उठाकर सुविधा को सुचारू करना चाहिए ताकि मरीजों के लिए बनाई गई योजनाएं धरातल पर भी उन्हें लाभांवित कर सके। उधर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक बीबी कटोच ने बताया अस्पताल में चिकित्सकों के कक्षों बाहर टंगे टोकन डिस्प्ले स्क्रीन को शुरू करने के लिए व्यवस्था प्रक्रिया में है।