वेश्यावृति मामले में हैरान करने वाले खुलासे, ऊना से पहले चार जगह हुआ लड़की का सौदा
काम के सिलसिले में दिल्ली आई असम की इस युवती को मानव तस्करी के जरिये कई जगह गंदगी की गर्त में धकेला गया इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।
ऊना, सतीश चंदन। जिला के गगरेट क्षेत्र में युवती से वेश्यावृत्ति का धंधा करवाने के मामले में हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं। असम की एक लड़की काम के सिलसिले में दिल्ली आई। वहां से उसे मानव तस्करी बनाकर कई जगह पर गंदगी की गर्त में धकेला गया। सूझबूझ से युवती न केवल इस रैकेट के चंगुल से बची, बल्कि पांच लोगों को भी सलाखों के पीछे पहुंचाया। मुख्य आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। वेश्यावृति के धंधे में धकेली गई युवती मानव तस्करी के माध्यम से कैसे ऊना जिला में पहुंची, यह बड़ा सवाल है। युवती काफी सहमी हुई है। अब पुलिस ने युवती के परिजनों को बुलाया है ताकि उसे परिजनों के हवाले किया जा सके। युवती के अनुसार उसे असम से दिल्ली काम करने के लिए लाया गया था। जिसके बाद उसे लुधियाना में बेच दिया गया। लुधियाना में उससे गलत काम करवाया गया।
उसके बाद उसे जालंधर भेज दिया गया। वहां भी उसे वेश्यावृति धंधे में धकेल दिया गया। हैरत का विषय यह है कि पंजाब के जालंधर शहर से पीड़ित युवती को ऊना जिला के ही एक गांव का दंपती अपने साथ ले आया। यहां पर फिर से पीड़िता को गलत काम में धकेल दिया। महिला का पति भी युवती से दुष्कर्म करता रहा। दंपती पीड़िता के साथ मारपीट भी करता था। युवती ने बताया कि वह एक दिन साहस जुटाकर घर से भागने में सफल हो गई।
तीन आरोपित पुलिस रिमांड पर
युवती से वेश्यावृति कराने और उसके साथ दुराचार करने के आरोप में महिला पुलिस ने तीन लोगों को पंजाब के जालंधर से दबोचा था। तीनों आरोपितों हरीसन निवासी टैगोर नगर, जालंधर, पूजा पत्नी हरीसन व गीता देवी पत्नी श्रीकांत निवासी वस्ती शेख उजाला जालंधर को महिला पुलिस थाना की इंचार्ज इंदु बाला की अगुआई में अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपितों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। वहीं आरोपित दंपती न्यायिक हिरासत में चल रहा है। पुष्टि पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने की है।
पहले खाना बनवाया, फिर रात भर सड़क पर घुमाया
सोशल मीडिया पर वायरल एक युवक से चिट्टा पकड़ने के वीडियो में नया मोड़ आ गया है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि पीड़ित रोहित का चिट्टे के कारोबार से कोई लेना देना नहीं है। आरोपितों को पैसे नहीं मिले तो युवक को बदनाम करने के लिए उन्होंने चिट्टा मिलने की कहानी रच डाली। आरोपितों ने पहले उसके क्वार्टर में खाना बनवाया। खाना खाने के बाद दोनों आरोपित उसे अपनी गाड़ी में बग्गी ले गए। इसके बाद दोबारा गागल ले आए। यहां रातभर उसे सड़क पर घुमाते रहे, फिर पैसा मांगने लगे। पैसे नहीं मिले तो बाइक व मोबाइल फोन बेचने के लिए दबाव डाला। इसके बाद उसे चक्कर पुल के पास ले गए और हॉकी से पीटा। आरोपित अजय कुमार व ओमी ने वहां अपने तीन अन्य साथियों को बुलाया।
सब मिलकर उसे साथ लगते जंगल में ले गए। वहां उसके आगे एक पैकेट में बंद पुडियां व तराजू रख दिया। फिर खुखरी की नोंक पर उससे चिट्टा तस्कर होने की बात कबूल करवाने लगे। सरकाघाट क्षेत्र का रहने वाला रोहित गागल में क्वार्टर में रहता है। वह सुंदरनगर में एक निजी बहुतकनीकी संस्थान का छात्र है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप