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एक अध्यापक के जिम्मे 42 विद्यार्थियों की शिक्षा

चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र की राजकीय प्राथमिक पाठशाला धर्मसाल महंता में भवन व स्टाफ की कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 07:13 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 07:13 PM (IST)
एक अध्यापक के जिम्मे 42 विद्यार्थियों की शिक्षा
एक अध्यापक के जिम्मे 42 विद्यार्थियों की शिक्षा

संवाद सहयोगी, ¨चतपूर्णी : चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र की राजकीय प्राथमिक पाठशाला धर्मसाल महंता में भवन व स्टाफ की कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। विडम्बना यह भी है कि अगर अभिभावक बच्चों को किसी दूसरे स्कूल में स्थानांतरित करें तो मीलों दूर तक कोई विकल्प मौजूद नहीं है। ऐसे में स्थानीय वासी अपनी किस्मत और सरकार को कोस रहे हैं।

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धर्मसाल महंता का यह विद्यालय एक अध्यापक के सहारे चल रहा है। ऐसे में यहां पढ़ने वाले विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा का समय नजदीक आने से भविष्य को लेकर ¨चतित हैं। दुर्भाग्य यह भी है कि स्कूल में कभी पूरा स्टाफ ही उपलब्ध नहीं हो पाया। तीन वर्ष से अब तक सिर्फ एक अध्यापक के जिम्मे ही इन विद्यार्थियों की पढ़ाई का बोझ है। इतना ही नहीं स्कूल में पर्याप्त भवन तक नहीं है। पढ़ाई, मिड-डे मील सहित अन्य प्रशासनिक कार्यो का बोझ एक ही अध्यापक पर है। वार्षिक परीक्षा का समय नजदीक आने वाला है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। हालांकि विद्यालय में स्टाफ की कमी के चलते कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिल करवा दिया है लेकिन जिन गरीब परिवारों के पास कोई संसाधन नहीं हैं, उनके पास कोई चारा नहीं है। बड़ी बात यह भी है कि एकमात्र अध्यापक होने के बावजूद स्कूल में 42 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। अभिभावकों ने शिक्षा विभाग से आग्रह किया है कि विद्यालय में भवन और स्टाफ को पूरा किया जाए।


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