विद्यार्थियों के मूल प्रमाणपत्र रोकने पर छात्र संगठन उग्र
जिले के एक निजी विश्वविद्यालय की ओर से एससी/एसटी स्कालरशिप स्कीम के तहत पढ़ने वाले विद्यार्थियों के मूल प्रमाणपत्र न लौटाने पर छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है।
संवाद सहयोगी, ऊना : जिले के एक निजी विश्वविद्यालय की ओर से एससी/एसटी स्कालरशिप स्कीम के तहत पढ़ने वाले विद्यार्थियों के मूल प्रमाणपत्र न लौटाने पर छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ऊना इकाई ने निजी विवि के कुलपति का घेराव किया। दूसरी ओर एनएसयूआइ ने मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया।
एबीवीपी के जिला संयोजक विनोद ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के सदस्य लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि विवि प्रशासन विद्यार्थियों को उनके दस्तावेज वापस करे। इस प्रकार मनमाने ढंग से वह विद्यार्थियों के दस्तावेज दबाकर नहीं रख सकते। फिर भी संस्थान के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है। नियामक आयोग ने भी इस मसले पर विश्वविद्यालय प्रशासन को 10 दिन के अंदर छात्रों के मूल प्रमाणपत्र लौटाने की बात कही है, लेकिन प्रशासन ने अभी तक किसी भी विद्यार्थी के के दस्तावेज वापस नहीं किए हैं जोकि चिता का विषय है। विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने कुलपति का घेराव करते हुए चेतावनी दी कि प्रबंधन ने वीरवार तक यदि विद्यार्थियों के मूल दस्तावेज नहीं लौटाए गए तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगी। 2015 के बाद विद्यार्थियों को उनके मूल दस्तावेज वापस नहीं किए गए हैं जिस कारण इन विद्यार्थियों को आगे की पढ़ाई करने व रोजगार से वंचित रहना पड़ रहा है। इस मौके पर विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक गौरव, तरुण, राजन, कर्ण, करुण अन्य सदस्य मौजूद रहे।
उधर, निजी विश्विद्यालय के रवैये पर एनएसयूआइ ने भी कड़ा एतराज जताया है। सोमवार को पीड़ित विद्यार्थियों के साथ एनएसयूआइ के पदाधिकारियों ने मिनी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व एनएसयूआइ नेता चांद ठाकुर व प्रभारी अभिनव कुमार ने किया। छात्र नेताओं ने उपायुक्त राघव शर्मा को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की।
चांद ठाकुर ने कहा कि निजी विश्वविद्यालय ने एससी-एसटी के अंतर्गत आने वाले विद्यार्थियों के जाति प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र, बोनाफाइड, दसवीं व जमा दो के प्रमाणपत्र, आधार कार्ड व बैंक की पास बुक अपने पास रख ली हैं जो कि गैरकानूनी है। इस मामले को लेकर पहले विश्वविद्यालय प्रशासन और बाद में उपायुक्त से मुलाकात की, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। अब दोबारा मांग उठाई गई है। निजी विवि में पढ़ने वाले छात्रों को उपायुक्त से मिलवाया गया। उपायुक्त ने कहा है कि मामले की रिपोर्ट उच्च शिक्षा निदेशक से मांगी गई है। रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई होगी। इस मौके पर चेतन सिंह, अनमोल शर्मा, अभिषेक, आनंद, अभय शर्मा, अंकित सैणी, अरुण सहोता, सिमरन जीत, अभी बंगा, रक्षित पराशर, अंकित सैनी, जगजीत कश्यप, अंकित सैणी, रमणीक सैनी, पारुल भरद्वाज, मुनीष धीमान, पुलकीत सूद उपस्थित रहे।