गार्ड ऑफ ऑनर के साथ आइटीबीपी जवान का अंतिम संस्कार
उसे क्या पता था की बीमारी जान ही ले लेगी। घर में एक बेटा दो बेटियों पत्नी को अकेला छोड़ जाएगा पर शायद भाग्य को यही मंजूर था।
संवाद सूत्र, भरवाई : उसे क्या पता था की बीमारी जान ही ले लेगी। घर में एक बेटा, दो बेटियों पत्नी को अकेला छोड़ जाएगा पर शायद भाग्य को यही मंजूर था। आइटीबीपी में तैनात भरवाई के साथ लगते चलाली पंचायत के सुकहार गांव के पूर्णचंद्र की दिल्ली में मृत्यु हो गई। पूर्णचंद्र पुत्र बाबूराम तहसील देहरा, जिला कांगड़ा का रहने वाला थ। 1990 से 56 बटालियन आइटीबीपी विशाखापट्नम में बतौर हेड कांस्टेबल सेवाएं दे रहे थे। कुछ समय से बीमार चल रहे थे। 22 अप्रैल को दिल्ली में देहांत हो गया। आइटीबीपी की गाड़ी मंगलवार सुबह छह बजे पैतृक गांव पहुंची। एएसआइ/जीडी जयसिंह 39वीं वाहिनी आइटीबीपी के नेतृत्व में पूरे गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सुकहार में पूर्णचंद्र का अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे ने उसको मुखाग्नि दी। बात करें तो पूर्णचंद्र की दो बेटियां और एक बेटा है। ग्राम प्रधान सर्वजीत सिंह ने बताया कि पूर्णचंद्र बहुत ही मिलनसार थे। उनके निधन से पूरा गांव में शोक की लहर है।