राष्ट्रभक्ति ही सबसे पहली भक्ति : आचार्य गोबिंद
नगनोली में 21 तारीख से चल रहे शिव महापुराण में उत्तराखंड के कथावाचक आचार्य गोबिद राम ने प्रतिदिन आने वाले शिव भक्तों को न केवल शिव महापुराण की महिमा का वर्णन किया अपितु भक्तों को गणेश भगवान की उत्पति से लेकर कार्तिक भगवान के बारे में भी बताया।
संवाद सहयोगी, गगरेट : नगनोली में 21 तारीख से चल रहे शिव महापुराण में उत्तराखंड के कथावाचक आचार्य गोबिद राम ने प्रतिदिन आने वाले शिव भक्तों को न केवल शिव महापुराण की महिमा का वर्णन किया अपितु भक्तों को गणेश भगवान की उत्पति से लेकर कार्तिक भगवान के बारे में भी बताया। रविवार को आचार्य ने कथा में उपस्थित सभी विद्यार्थियों को सरस्वती वंदना की किताबें दीं और सभी से एक लय में राष्ट्रगान गाने को कहा। इस अवसर पर आचार्य गोबिद राम ने भगवान की भक्ति के साथ राष्ट्रभक्ति को सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि राष्ट्रभक्ति देश के सभी नागरिकों खासकर युवाओं के लिए सर्वप्रथम होनी चाहिए।
इस अवसर पर रमेश लौ, संजय शर्मा, रामस्वरूप, विश्व भारती, मनीषा भारती, अनिका भारती, आशा, जैनेन्द्र, चंद्रमोहन, बिशनदास, राजबीर, जगदीश, बलवंत, देसराज, हरनेश, रमिदर, देसराज, ओंकार नाथ आदि सहित कई लोग उपस्थित थे।