संजय ने दी 21 किसानों के पशुओं की बीमा राशि
कैप्टन संजय पराशर ने 21 किसानों के पशुओं की बीमा राशि दी है।
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : जीवन बीमा और फसलों के बीमा की तरह सरकार पशुओं का बीमा भी करवाती है। बीमित पशु के आकस्मिक मारे जाने पर योजना के तहत पशुपालक को बीमा राशि मिलती है लेकिन जानकारी के अभाव में कई किसान अपने पशुओं का बीमा नहीं करवाते हैं। कैप्टन संजय पराशर ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए पशुधन बीमा को लेकर पहल की। उन्होंने जसवां-परागपुर क्षेत्र में 21 किसानों के पशुओं की बीमा राशि अपनी जेब से दी।
पहले चरण में संजय पराशर का लक्ष्य 100 पशुओं का बीमा करवाना था लेकिन सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड के कारण इतने ही पशु बीमित हो पाए। संजय के सौजन्य से पशुओं का बीमा करवाने वाले कूहना गांव के आशीष खुद को भाग्यशाली मानते हैं। उनकी भैंस बीमार होकर मर गई। आशीष ने बीमा कंपनी के प्रबंधक से बात की और सर्वे होने के बाद उन्हें 40 हजार रुपये मिलेंगे। पशुपालक आशीष ने कहा कि पराशर ने पशुपालकों को पशुधन का बीमा करवाने के लिए प्रोत्साहित किया और फिर खुद बीमा राशि दी। जसवां-परागपुर क्षेत्र में किसानों व पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए संजय ने प्रारूप तैयार किया है।
पशुपालक किसी दुधारू पशु की मौत के बाद आर्थिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। इसीलिए पराशर ने पशुधन का बीमा करवाने का निर्णय लिया था। उन्होंने किसानों को प्रशिक्षित करने व उन्हें दुग्ध उत्पादन की अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी के लिए राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल का पिछले महीने दौरा करवाया था। बीडीसी सदस्य अनुज शर्मा कहते हैं कि संजय के पास जो विजन है, उसका फायदा पशुपालक आशीष को हुआ है। उधर, कैप्टन संजय ने कहा कि प्रदेश सरकार की पशुओं के बीमा की अच्छी योजना है लेकिन इसका व्यापक प्रचार व प्रसार होना चाहिए। पशुओं की संख्या व समय तय करने के बजाय हर पशुपालक तक इस योजना का लाभ पहुंचाया जाए। वहीं, द ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी के प्रतिनिधि रोहित कुमार ने बताया कि पशुपालक आशीष की भैंस के मरने के बाद सर्वे किया गया। भैंस की बीमित राशि के हिसाब से 40 हजार रुपये स्वीकृत हुए हैं। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद आशीष को बीमा कंपनी यह राशि देगी।