एक हफ्ते सड़क पर खड़ा था टिप्पर, टकराने से बाइक सवार की गई जान
गांव अम्बोटा में डीएवी चौक पर सोमवार रात एक बाइक सवार सड़क किनारे खड़े टिप्पर से टकराया गया।
संवाद सहयोगी, गगरेट : गांव अम्बोटा में डीएवी चौक पर सोमवार रात एक बाइक सवार सड़क किनारे खड़े टिप्पर से टकराया गया। हादसे में अम्बोटा के संजय कुमार पुत्र राजकुमार की मौत हो गई। गुस्साए स्वजनों व ग्रामीणों ने मंगलवार दोपहर गगरेट बाजार में शव वाहन को बीच सड़क पर रोककर चक्काजाम कर दिया। करीब एक घंटे तक लोगों ने प्रदर्शन किया। बाद में प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर गुस्साए लोगों को शांत किया। स्वजनों की शिकायत पर टिप्पर चालक व मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया। टिप्पर खराब है और एक सप्ताह से सड़क पर खड़ा है।
25 वर्षीय संजय कुमार अम्बोटा चौक पर हलवाई की दुकान करता था। सोमवार रात को गगरेट बाजार से घर का सामान ला रहा था। डीएवी चौक पर सड़क पर खड़े खराब टिप्पर से टकरा गया। उसके सिर पर गंभीर चोट आई और मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने उसे गगरेट सिविल अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने जांच कर मृत घोषित कर दिया। इसके बाद हादसे की सूचना स्वजनों व पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। सोमवार सुबह क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में पोस्टमार्टम करवाया गया। संजय कुमार के दो बच्चे हैं।
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प्रशासन जागा होता तो नहीं होता हादसा
मंगलवार को गुस्साए स्वजनों ने शववाहन को गगरेट बाजार के बीचोंबीच लगा दिया और प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है। स्थानीय गांव के लोग भी प्रदर्शन में शामिल हो गए। टिप्पर मालिक की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। टिप्पर एक हफ्ते से गांव अम्बोटा के डीएवी चौक में खराब होने की वजह से सड़क में बेतरतीब ढंग खड़ा था। लोगों ने इसे हटाने की मांग पहले भी पुलिस प्रशासन से की थी लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाने की कोशिश की। एसडीएम गगरेट विनय मोदी व डीएसपी अम्ब मनोज जम्वाल ने भी स्वजनों व ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद अतिरिक्त उपायुक्त अरिंदम चौधरी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक धीमान मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्वजनों को समझाया और उन्हें प्रशासन की तरफ से दुर्घटना की स्थिति में मिलने वाले चार लाख रुपये मौके पर ही जारी कर दिए। प्रशासन की तरफ से सख्त कार्रवाई का भरोसा मिलने के बाद स्वजन व ग्रामीण शांत हुए और जाम खोला।
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दुख की घड़ी में प्रशासन पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। उन्हें हरसंभव कानूनी मदद और इंसाफ दिलवाया जाएगा। उन्हें चार लाख का चेक मौके पर ही दे दिया गया है।
-अरिंदम चौधरी, अतिरिक्त उपायुक्त, ऊना।