कलियुग में कल्याण करने वाली है श्रीराम कथा
स्वामी ¨पडीदास आश्रम में श्रीराम कथा चल रही है।

संवाद सहयोगी, अम्ब : स्वामी ¨पडीदास आश्रम में श्रीराम कथा चल रही है। दूसरे दिन सोमवार को अतुल कृष्ण महाराज ने संगत को श्रीराम की महिमा बताई। कहा कथा भक्ति की मंदाकिनी है। भगवान श्रीराम का चरित्र हमारे जीवन को उन्नत एवं यशस्वी बनाता है। यदि हम बेवकूफी, मूर्खता एवं अज्ञान छोड़कर प्रभु की शरण में हो जाएं तो सुख एवं आनंद की कतारें पीछे-पीछे दौड़ेंगी। जो लोग मनुष्य होकर भजन नहीं करते वे मुर्दे के समान हैं। जो अपने कर्तव्य के प्रति सावधान एवं लक्ष्य के प्रति प्रयास करते हैं, उस पुरुषार्थी के लिए इस धरती पर कुछ भी दुर्लभ नहीं है। ईश्वर की भक्ति के बिना मनुष्य अधम गति को प्राप्त करता है। जिस पर परमात्मा का परम अनुग्रह है, उसका हृदय विशाल एवं विनम्रता से भर जाता है। भगवान को अपना सर्वस्व मानने वाले वैष्णव जहां ठहरते हैं वह स्थान तीर्थ बन जाता है। ज्ञान के अभाव में कथा जैसे कल्याण के साधनों से उदासीन होकर कई लोग भगवान श्री हरि से जीवन भर विमुख बने रहते हैं। मनुष्य का अभिमान सारे अवगुणों की खान है। जो सत्य बोलते हैं वे अश्वमेघ यज्ञ का पुण्य प्राप्त करते हैं। श्रीराम कथा इस कलियुग में कल्याण करने वाली है। सोमवार को कथा में प्रभुनाम की महिमा, गोस्वामी तुलसीदास महाराज का प्रसंग, तीर्थराज प्रयाग की विशेषता, भारद्वाज ऋषि का मिलन एवं भगवान शिव तथा सती के चरित्र का वर्णन किया गया। कथा से पहले शोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर स्वामी ¨पडीदास महाराज ट्रस्ट के चेयरमैन ¨बदुसार सूद, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैप्टन एमएल, सचदेवा, रामकृष्ण पुरी, संदीप अरोड़ा, मनमोहन ¨सह, सेवानिवृत्त तहसीलदार कालीदास शर्मा, मोहनलाल चड्ढा, मदनमोहन ठाकुर, कुलदीप ठाकुर, जसवंत ठाकुर, चौधरी रमेश चंद एडवोकेट सहित ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। इनके अलावा सदस्यों में नानकचंद दत्ता, ईश्वरदास बस्सी, सुषमा कटवाल मौजूद रहीं। कथा 18 नवंबर तक 10 से एक बजे तक जारी रहेगी।

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