कल्याण चाहते हैं तो प्रभु की भक्ति करें
राजकीय प्राथमिक स्कूल सपौरी में चल रही श्रीमद्भागवत कथा रविवार को समाप्त हुई।
संवाद सहयोगी, अम्ब : राजकीय प्राथमिक स्कूल सपौरी में चल रही श्रीमद्भागवत कथा रविवार को समाप्त हुई। कथा को विराम देने से पूर्व कथा वाचक अतुल कृष्ण महाराज ने श्रद्धालुओं को कथा का रसपान करवाया। कहा भगवान का भक्त प्रभु के निर्णय में कोई दखल नहीं देता। सुख हो या दुख दोनों को उनका प्रसाद समझकर ग्रहण कर लेता है। ईश्वर के स्मरण से कैसा भी दुख हो मिटता अवश्य है। सुख एवं दुख इस भवसागर रूपी नदी के दो किनारे हैं। हमारी योग्यता विपरीत परिस्थितियों में ही निखर कर सामने आती है। संसार में हर वस्तु का मूल्य है पर ईश्वर जब भी मिलेगा मुफ्त में मिलेगा। इस जगत में सभी को अपना बनाना कठिन है, पर भगवान को अपना बनाना सरल है। यदि हम अपना वास्तव में कल्याण चाहते हैं तो प्रभु नाम का दिया जला लें और अपनी जीभ पर धारण करें। इस मौके पर मनमोहक झांकियों को प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर सुरेश कुमार शाह, मस्तान ¨सह, संजीव कुमार, ¨प्रसिपल कर्मचंद, चौधरी रमेश चंद, प्रकाश चंद धीमान, रछपाल ¨सह, शिव कुमार, ओमदत्त शर्मा, राजेश धीमान, मुकेश धीमान, कुलभूषण ¨सह, सुभाष ¨सह, रा¨जद्र ¨सह, विपिन धीमान, प्रदीप धीमान, यशपाल वर्मा, नानक चंद दत्त, जितेंद्र कुमार, रणवीर ¨सह, मास्टर रामजी दास, मस्तान ¨सह मौजूद रहे।