हमारी हर धड़कन पर परमात्मा की नजर
स्वामी ¨पडीदास आश्रम अम्ब में चल रही श्रीराम कथा के पांचवें दिन वीरवार को स्वामी अतुल कृष्ण महाराज ने श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, अम्ब : स्वामी ¨पडीदास आश्रम अम्ब में चल रही श्रीराम कथा के पांचवें दिन वीरवार को स्वामी अतुल कृष्ण महाराज ने श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन किया। कहा भक्त की जैसी भावना होती है, प्रभु वैसा ही स्वरूप धारण कर लेते हैं। वे लोक कल्याण के लिए कभी मत्स्य, कूर्म, नृ¨सह, वामन तो कभी श्रीराम एवं कृष्ण बनकर आते हैं। ईश्वर की प्राप्ति का सुगम साधन है, प्रेममय भक्ति। कलियुग मनुष्य के कल्याण के लिए सतयुग से भी अधिक हितकर है। हम पराधीन न बनें, प्रभु के अधीन होकर आगे बढ़ें। हमारी हर धड़कन पर परमात्मा की नजर है। प्राणी संसार में आकर अनावश्यक प्रपंच में खोया रहता है। इसीलिए ईश्वर की निकटता का अनुभव नहीं हो पाता। श्रीराम कथा उत्तम सौभाग्य से ही प्राप्त होती है। भाग्य के भरोसे जीने वाला भगवान की कृपा से वंचित रह जाता है। जीवन तो एक दिन बीत ही जाएगा परंतु यदि हमने इसे सार्थक नहीं किया तो पछताना ही पड़ेगा। निराश होने की भी जरूरत नहीं, जो दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ता है, सफलता उसके कदम जरूर चूमती है। संसार के कामकाज तो ऐसे ही चलते रहेंगे। इन सबके बीच ही हमें परमात्मा ¨चतन का समय निकालना होगा। सदैव शुभ एवं सकारात्मक विचार करें। वीरवार को कथा में अयोध्या से जनकपुरी को बरात का प्रस्थान, भगवान श्रीराम का भव्य विवाह, भगवान श्रीराम का वन गमन, केवट का भगवान को गंगा पार ले जाने का प्रसंग सभी ने श्रद्धा से सुना। इस अवसर पर स्वामी रामानंद महाराज अजनोली वाले, स्वामी फूलवाले बाबा तथा ¨चतपूर्णी क्षेत्र के विधायक बलबीर चौधरी भी मौजूद रहे।