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डीआइजी साहब, पुलिस की ढील से बढ़ रहा नशे का धंधा

डीआइजी साहब, पुलिस जानकर भी नादान बनी रहती है। नशा कहां-कहां बिक रहा, कौन इसमें संलिप्त है, इसके बारे में पुलिस को जानकारी होती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 08:54 PM (IST)Updated: Thu, 06 Sep 2018 08:54 PM (IST)
डीआइजी साहब, पुलिस की ढील से बढ़ रहा नशे का धंधा
डीआइजी साहब, पुलिस की ढील से बढ़ रहा नशे का धंधा

जागरण संवाददाता, ऊना : डीआइजी साहब, पुलिस जानकर भी नादान बनी रहती है। नशा कहां-कहां बिक रहा, कौन इसमें संलिप्त है, इसके बारे में पुलिस को जानकारी होती है। बावजूद इसके पुलिस कदम उठाने में हिचकिचाती है। आवश्यक है पहले पुलिस तंत्र को चुस्त दुरुस्त और सख्त किया जाए। आम लोग पहले ही नशे का खात्मा चाहते हैं। पुलिस के सहयोग के लिए तैयार हैं। वीरवार को ऊना में नशा निवारण समिति की बैठक में डीआइजी अतुल फुलझेले पहुंचे थे। मौके पर डीआइजी पुलिस ने समिति सदस्यों के सुझाव भी लिए।

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सुधार हो तो परिणाम बेहतर होंगे : सदस्य मास्टर चमन लाल ने कहा यह एक सराहनीय कदम है कि पुलिस और आमजन मिलकर नशे के खात्मे को लेकर काम करें पर सवाल यह है पुलिस विभाग के पास कानून व्यवस्था व सुरक्षा का जिम्मा है। स्पॉट को छोड़ दिया जाए तो पुलिस को इस बात की जानकारी जरूर होती है कि किस स्थान पर कैसी गतिविधियां हो रही हैं। पर जिस तरह की सख्ती होनी चाहिए, वैसी नहीं दिख रही है। यह भी कारण है कि नशे के कारोबार को बढ़ावा मिल रहा है। विभाग में इस स्तर पर सुधार हो तो परिणाम बेहद सकारात्मक होंगे।

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शिक्षण संस्थानों के आसपास न बिके नशीले पदार्थ : सदस्य यशपाल ठाकुर ने कहा नशे की चपेट में युवा पीढ़ी आ रही है। शिक्षण संस्थान नशा माफिया का साफ्ट टारगेट हैं, इसलिए पुलिस को स्कूल प्रबंधकों के साथ मिलकर उन्हें जागरूक करना चाहिए। शिक्षण संस्थानों के आसपास नशे की बिक्री स्थलों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। मिलकर करना होगा काम : अन्य सदस्यों ने सुझाव दिए नशे का बढ़ता प्रचलन चिंताजनक है। पुलिस अगर समिति व आम लोगों से समन्वय बनाती है तो परिणाम भी सार्थक होंगे। सरकार व पुलिस के प्रयास सराहनीय हैं और आवश्यक हो गया है अब इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएं। पुलिस अपराधियों को नशे के मामलों में गिरफ्तार करती है पर वे छूट जाते हैं। पुलिस जब भी इनको पकड़े तो मजबूत केस बनाए। अन्य लोगों ने मैहतपुर, संतोषगढ़, अम्ब में नशे के बढ़ते मामलों व प्रचलन की बात कही। पुलिस से कार्रवाई की मांग की।

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पुलिस को लोगों के सहयोग की जरूरत : एसपी

मौके पर पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने कहा पुलिस नशे के मामलों में सख्ती बरत रही है। अब तक 81 मामले ऐसे पकड़े जा चुके हैं, लेकिन वह खुद मानते हैं कि यह अभी नाकाफी हैं। पुलिस को लोगों की मदद की जरूरत है।

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पहले के मुकाबले बढ़ा है ऊना में नशा का धंधा : फुलझेले

डीआइजी अतुल फुलझेले ने कहा पहले के मुकाबले जिला ऊना में नशे का धंधा बढ़ा है। वह जिले में पुलिस अधीक्षक रहे चुके हैं पर दस साल के अंतराल में नशे की स्थिति देखकर ¨चतित हैं। पुलिस अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है पर आम जनमानस के साथ मिलकर काम करना होगा। पुलिस नशा माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। जिले में चिट्टा यानी हेरोइन का कारोबार बड़े स्तर पर हो रहा है, जबकि अन्य नशीले पदार्थो की बिक्री व लोग इसके आदी बन रहे हैं। नशा निवारण समिति इसी का एक हिस्सा है। अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक अभियान चलाया जाएगा। पुलिस सामुदायिक भागीदारी इसका बेहतर विकल्प है। इस दिशा में काम होगा। पुलिस अपने स्तर पर सुधार करेगी। नशे के खात्मे के लिए सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगी। लोगों से आग्रह है नशे के स्त्रोत, इसमें संलिप्त व अन्य प्रकार की जानकारी पुलिस के साथ साझा करें।


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