320 लोकल रूट पर नहीं चलेंगी निजी बसें
जिला में आज से निजी बस संचालक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करेंगे।
संवाद सहयोगी, ऊना : जिला में आज से निजी बस संचालक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करेंगे। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। निजी बस संचालक किराये में पचास फीसद की बढ़ोतरी व न्यूनतम किराया दस रुपये करने की मांग कर रहे हैं। सोमवार को अपने कामकाज के लिए बसों में सफर करने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, वहीं जिला प्रशासन सहित एचआरटीसी की अग्नि परीक्षा शुरू होने वाली है। क्योंकि जिला के तहत निजी बसें 320 के लगभग लोकल रूट पर लोगों को सेवाएं प्रदान कर रही हैं। ऐसे में प्रबंध की बात कर रहे एचआरटीसी प्रबंधन के पास 70 के करीब लोकल रूट की बसें हैं। इन हालात में जिला प्रशासन व प्रबंधन कैसी रणनीति के साथ उतरेगा, यह देखने वाली बात होगी। ऊपर से निजी बस ऑपरेटर्स न केवल हड़ताल करेंगे बल्कि मुख्य मार्गों पर चक्का जाम कर यातायात व अन्य सेवाओं को भी प्रभावित करेंगे। जहां यात्रियों का सफर निजी बस से नहीं होगा, वहीं निजी बस संचालक चक्का जाम कर अन्य सफर को भी प्रभावित करेंगे। हालांकि एक दिन हड़ताल होने पर इन निजी बस संचालकों को दस लाख से ज्यादा नुकसान होने का अनुमान है। दूसरी ओर एक बस पर 2500 से तीन हजार के बीच नुकसान मालिक को झेलना पड़ेगा। सोमवार से हड़ताल पर जा रहे बस आपरेर्ट्स तथा लोगों का हड़ताल को लेकर क्या रवैया है दैनिक जागरण ने इस बारे में उनकी राय जानी।
प्रस्तुत हैं अंश
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पेट्रोल व डीजल के बढ़ रहे दामों सहित कई प्रमुख मांगों को लेकर जिला में सोमवार से सभी बस संचालक हड़ताल में शामिल होंगे। इससे यहां प्रदेश भर में करीब चार हजार बसों के पहिये थम जाएंगे, वहीं जिला में 320 के करीब। इससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। डीजल व पेट्रोल के दाम सातवें आसमान पर हैं। रोज कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है लेकिन किराया नहीं बढ़ाया जा रहा है। वर्तमान में नुकसान पर बसों को चलाना पड़ रहा है। ऐसे में हड़ताल करना जरूरी हो गया है। जब तक सरकार कोई उचित निर्णय नहीं लेती तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
-राजेश पराशर, अध्यक्ष, निजी बस ऑपरेटर्स यूनियन
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निजी बस ऑपरेटर्स अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर रहेंगे। पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ रहे हैं जिनको नियंत्रण में करना जरूरी है। सोमवार को सुबह पांच बजे से हड़ताल शुरू हो जाएगी, जो अनिश्चितकालीन होगी। बढ़ती महंगाई को देखकर सरकार को चाहिए कि निजी बस ऑपरेटर्स की जायज मांगों को पूरा करे। ऐसे में यहां ऑपरेटर्स पहले ही नुकसान झेल रहे हैं। हड़ताल पर जाकर होने वाले नुकसान से क्या फर्क पड़ेगा।
-पवन ठाकुर, निजी बस ऑपरेटर।
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सोमवार को निजी बस ऑपरेटर्स की हड़ताल होने से यात्रियों को लोकल सफर करने में काफी परेशानी झेलनी पड़ेंगी। व्यवस्था के तौर पर जिला प्रशासन व एचआरटीसी प्रबंधन को सरकारी बसों के पुख्ता इंतजाम करने पड़ेंगे। ताकि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
-हनीश ।
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निजी बस ऑपरेटर्स की हड़ताल से यकीनन ही आमजन प्रभावित होगा। ऐसे में लोकल रूट पर सफर करने वाले लोग प्रभावित न हों, इसके लिए एचआरटीसी को अपनी बसों को लगाकर लोगों को लाभ पहुंचाना चाहिए। जिला प्रशासन भी इसमें सहयोग कर लोगों को राहत पहुंचाए।
-डेविड ।
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निजी बसों की हड़ताल से यदि जरूरत पड़ी तो एचआरटीसी की अतिरिक्त बसों का प्रबंध किया जाएगा।
- जगननाथ, क्षेत्रीय प्रबंधक , एचआरटीसी , ऊना।