हरोली क्षेत्र में पंचायत सचिव पर रिश्वत लेने का आरोप
जिले में एक और पंचायती राज संस्था विवादों में आ गई है।
जागरण संवाददाता, ऊना : जिले में एक और पंचायती राज संस्था विवादों में आ गई है। वीरवार को हरोली क्षेत्र के गगरेट रोड पर स्थित एक पंचायत में आज रिश्वत के मामले को लेकर खूब हंगामा हुआ है। इस ग्राम पंचायत के सदस्यों पर रिश्वत लेने के मामले में बहस का एक वीडियो वायरल हो गया है।
इसमें पंचायत सचिव पर करीब पचास हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा है। वीरवार को हरोली क्षेत्र की पंचायत में बैठक बुलाई गई थी। बैठक में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब एक पेवर ब्लाक सप्लायर द्वारा अपनी बकाया राशि का भुगतान करने को लेकर पंचायत पर ही सवाल खड़े कर दिए गए। इस सप्लायर का आरोप था कि उसने पंचायत को लाखों रुपये के पेवर्स सप्लाई किए थे। इसमें उन्होंने ग्राम पंचायत सचिव ने उनका बिल पास कराने के लिए पचास हजार रुपये की डिमांड की थी और वह सप्लाई भी किए गए थे। इतना ही नहीं ग्राम पंचायत के कुछ सदस्यों पर भी उन्होंने लाखों रुपये की रिश्वत लेने के आरोप लगा दिए। ऐसा होते ही ग्राम पंचायत में हंगामा खड़ा हो गया और वहीं किसी ने इस पूरे मामले की वीडियो क्लिप तैयार कर ली।
50 हजार रुपये की कमीशन लेने का आरोप
वीरवार देर शाम को हुए इस वायरल वीडियो में सप्लायर द्वारा ग्राम पंचायत सचिव पर पचास हजार रुपये की कमीशन लेने का आरोप लगाया जा रहा है। इसमें करीब दस से 12 लोग पंचायत के बैठक हाल में मौजूद हैं और उनकी मौजूदगी में ही सप्लायर ग्राम पंचायत को पेवर्स की सप्लाई करने की एवज में रिश्वत देने की बात भी कर रहा है। इस सप्लायर द्वारा कहा जा रहा है कि उन्होंने जो सप्लाई की थी उसका भुगतान अब जानबूझकर लटकाया जा रहा है। इस बात को लेकर बहस के दो अलग-अलग वीडियो वायरल हुए हैं।
हरोली विकास खंड की इस पंचायत में भी संपर्क मार्गों के निर्माण में पेवर्स का इस्तेमाल हुआ है। अब रिश्वत मांगने को लेकर सामने आए वीडियो के बाद इस ग्राम पंचायत में भी विकास कार्यों को लेकर जांच हो सकती है। इसमें ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आई है। पेवर्स सप्लायर यहां तक भी आरोप लगा रहा है कि उसने ग्राम पंचायत के एक प्रतिनिधि के सामने ही रिश्वत की राशि ग्राम पंचायत के सचिव को दी थी।
उधर जिले में बहडाला पंचायत के सचिव पर भी पंचायत प्रधान द्वारा ही रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था और विजिलेंस ने इस मामले में भी आरोपित सचिव को गिरफ्तार कर लिया था। इस गिरफ्तारी के बाद अब यह ऐसा ही दूसरा मामला सामने आ गया है।