40 हजार श्रद्धालुओं ने चिंतपूर्णी में टेका माथा
उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल चितपूर्णी में चैत्र नवरात्र के नौवें दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
संवाद सहयोगी, चिंतपूर्णी : उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थल चितपूर्णी में चैत्र नवरात्र के नौवें दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। रविवार और संक्रांति का दिन एक साथ होने के कारण मां के दरबार में रात एक बजे से लगी लाइनें रविवार देर शाम तक भी ज्यों की त्यों रहीं। महामाई के दरबार में रविवार शाम तक करीब 40 हजार श्रद्धालु नतमस्तक हुए। इस दौरान चार जेबकतरों को पुलिस ने पकड़ा। प्रशासन को भीड़ प्रबंधन करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
शनिवार रात से श्रद्धालुओं की आवाजाही मंदिर परिसर में लगातार बनी हुई थी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के कपाट आधा घंटा बंद करके रात एक बजे ही खोल दिए गए। श्रद्धालुओं की दोहरी लाइनें सुबह ही लगनी शुरू हो गई जो सुबह नौ बजे तक मुख्य बाजार को पार कर मोगा धर्मशाला के आगे तक चली गई। लगभग पौना मील लंबी लाइन लग गई जिस कारण श्रद्धालुओं को मां के दर्शन करने के लिए तीन से चार घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
मेला अधिकारी एवं एसडीएम अम्ब एस. तारुल रवीश, मंदिर अधिकारी जीवन कुमार, थाना प्रभारी जगवीर ठाकुर फील्ड में ही रहे। भीड़ को नियंत्रित करने व लाइन व्यवस्था बनाने में जुट गए। मेले में तैनात सुरक्षा कर्मचारियों ने व्यवस्था बनाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। भारी भीड़ के चलते चोर दरवाजों पर पूरी तरह से मंदिर प्रशासन ने प्रतिबंध लगाया हुआ था। दर्शन पर्ची के जरिये ही श्रद्धालुओं को मां के दर्शन करने के लिए भेजा जा रहा था। मेला अधिकारी एवं एसडीएम अम्ब एस. तारुल रवीश ने बताया मेला प्रशासन ने बेहतर व्यवस्था की थी।