Move to Jagran APP

उपाध्यक्ष का चुनाव तीन दिन के लिए स्थगित

नगर पंचायत अम्ब के उपाध्यक्ष पद का चुनाव भाजपा खेमे से जीतकर आए पार्षदों में आपसी सहमति न बन पाने की वजह से अगले तीन दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 07:39 PM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 07:39 PM (IST)
उपाध्यक्ष का चुनाव तीन दिन के लिए स्थगित
उपाध्यक्ष का चुनाव तीन दिन के लिए स्थगित

संवाद सहयोगी, अम्ब : नगर पंचायत अम्ब के उपाध्यक्ष पद का चुनाव भाजपा खेमे से जीतकर आए पार्षदों में आपसी सहमति न बन पाने की वजह से अगले तीन दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। शुक्रवार को तय समय के अनुसार नौ में से आठ पार्षद एसडीएम के कार्यालय में शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे जबकि वार्ड नौ से पार्षद इंदु बाला के कोरोना संक्रमित होने की वजह से वह इसमें भाग नहीं ले पाई।

loksabha election banner

शुक्रवार को उपाध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कांग्रेस खेमे के सभी पार्षद आश्वस्त थे। भाजपा के पार्षद शपथ लेने के बाद आपसी सहमति बनाने के लिए कार्यालय से बाहर गए, लेकिन भाजपा पार्षदों में आपसी सहमति न बनने के कारण वह दोबारा चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए वापस ही नहीं लौटे। करीब दो घंटे तक इंतजार करने के बाद आखिरकार एसडीएम अम्ब मनेश यादव ने चुनाव को तीन दिन के लिए टाल दिया।

बड़ी बात यह भी है कि भाजपा खेमे से उपाध्यक्ष पद के लिए तीन पार्षद दौड़ में हैं। भाजपा ने ही कोई एक नाम अपने खेमे के पार्षदों पर थोपने के बजाय उन पर ही यह निर्णय छोड़ दिया था, लेकिन शुक्रवार को शपथ ग्रहण के बाद भी पार्षदों में किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई। ऐसे में क्रॉस वोटिंग से बचने के लिए भाजपा खेमे के पार्षदों ने इस चुनाव से हाथ खींच लिए।

उधर, कांग्रेस खेमे के पार्षदों सहित निर्दलीय पार्षद भी कार्यालय में भाजपा के पार्षदों इंतजार करते रहे, लेकिन उन्हें बाद में पता चला कि भाजपा पार्षदों में आपसी सहमति न बनने के कारण यह चुनाव तीन दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है।

नगर पंचायत का अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित होने के चलते वार्ड नंबर नौ से जीतकर आई एकमात्र अनुसूचित जाति संबंधित महिला इंदु बाला पहले ही इस पर अपना कब्जा कर चुकी हैं।

---

भाजपा के सात पार्षद चुनाव जीतकर आए हैं, जिसके चलते भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है। कांग्रेस ने इस चुनाव को प्रभावित करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए और पार्षदों पर दवाब की डालने की राजनीति की है। उपाध्यक्ष के पद पर भाजपा का उम्मीदवार ही काबिज होगा।

-बलबीर सिंह, विधायक चितपूर्णी

---

कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत है। कांग्रेस की तरफ अपने पार्षदों की सहमति से उपाध्यक्ष पद के लिए एक नाम दिया गया है। इस पद पर उनकी जीत होना निश्चित है। भाजपा के पास बहुमत नहीं है, इसलिए उनके पार्षदों शपथ ग्रहण के बाद चुनाव प्रक्रिया से भाग खड़े हुए हैं।

-कुलदीप कुमार, पूर्व मंत्री कांग्रेस।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.