पलभर में मातम में बदली खुशियां, बेटे की बरात से चंद घंटे पहले उठ गई मां की अर्थी
रायुपर सहोड़ा में बेटी की बरात जाने से ठीक पहले मां की अचानक मौत होने से पलभर में सारी खुशियां मातम में बदल गई है।
मैहतपुर, जेएनएन। हर तरफ खुशियां थी, सभी नाच-गा रहे थे। बेटा दूल्हा बनकर सजधज गया था। मां अपनी बहू के घर आने के इंतजार में थी। सगे-संबंधी व आस-पड़ोस के लोग बरात में जाने के लिए सूट-बूट पहने हुए थे। बस बरात जाने ही वाली थी पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। बरात जाने से ठीक पहले दूल्हे की मां की अचानक मौत हो गई। खुशियां पलभर में मातम में बदल गईं। खुशी के इस माहौल में बस कुछ रह गया तो वे थीं चीख-पुकार।
यह दिल दहला देने वाली घटना रायुपर सहोड़ा में सामने आई। वार्ड-चार की प्रेमलता पत्नी स्वर्गीय महादेव की मौत बेटे की बरात से ठीक पहले हो गई। मौत की खबर के बाद पूरे क्षेत्र मातम में छा गया। हर कोई चकित हो गया कि कुछ समय पहले जिस परिवार व मोहल्ले में हर कोई बरात की तैयारियों में जुटा था। उसी परिवार की मुखिया की अर्थी के लिए भी तैयारियां करनी पड़ेगी। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कभी-कभी ईश्वर ऐसे हालात बना देते हैं जिसके बारे में किसी ने सोचा भी न हो।
मौत का साया प्रेमलता पर उस वक्त आया जब वह बेटे की शादी को लेकर खुशियों में मशगूल थी। बुधवार रात उसने डीजे की धुनों पर बेटे की शादी की खुशी में डांस किया। आखिरकार रात के आयोजनों को लेकर थोड़ा आराम करने के बाद वीरवार सुबह पांच बजे प्रेमलता उठी लेकिन बाद में साढे़ सात बजे के करीब जब आराम कर रही थी, तो एकाएक उसकी मौत हो गई। परिजनों ने लाख उठाने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा न हुआ। थोड़े समय में विवाह के कार्यक्रम में उसकी मौत से शौक की लहर दौड़ गई। आसपास के लोगों की मानें तो प्रेमलता के बेटे की शादी लोअर देहलां में होनी निश्चित थी।
हालांकि देर शाम सादे माहौल के बीच बारात गई लेकिन प्रेमलता का बेटा सुमित रो-रोकर अपनी मां से उठकर बारात के साथ चलने की दुहाई दे रहा था। मां और बेटे के बीच के अंतिम संवादों को देखकर हर किसी की आंखे नम थीं। प्रेमलता की अचानक मौत पर गांव की प्रधान पूजा सहोड़, शांता देवी, पूर्व प्रधान रोशन लाल, छोटू राम, बोधराज, पंकज कुमार तथा संजय कुमार आदि ने गहरा दुख व्यक्त किया।