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नए तो दूर, स्थापित उद्योग भी होने लगे बंद

अजय टबयाल, अम्ब अम्ब को औद्योगिक क्षेत्र का दर्जा तो हासिल है, परंतु कुछ साल से यहां औद्योगिक

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 04:57 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 04:57 PM (IST)
नए तो दूर, स्थापित उद्योग भी होने लगे बंद
नए तो दूर, स्थापित उद्योग भी होने लगे बंद

अजय टबयाल, अम्ब

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अम्ब को औद्योगिक क्षेत्र का दर्जा तो हासिल है, परंतु कुछ साल से यहां औद्योगिक विकास की गति थम गई है। यहां नए उद्योग तो दूर, पहले से स्थापित उद्योग या तो बंद हो गए या फिर बंद होने के कगार पहुंच चुके हैं। ऐसे में सरकारों के युवाओं को घर-घर पर रोजगार उपलब्ध करवाने या रोजगार के साधनों का सृजन करने के दावे भी झूठे ही साबित हो रहे हैं।

पूर्व कांग्रेस सरकार में भी युवाओं को निराशा ही हाथ लगी थी। तब उद्योग मंत्री जिला ऊना का होने के कारण अम्ब क्षेत्र के युवाओं को उम्मीद थी कि औद्योगिक गतिविधियों में विस्तार होगा और नए उद्योग स्थापित होंगे। उम्मीद थी अम्ब तक रेल नेटवर्क पहुंचने के बाद नामी औद्योगिक घराने आकर्षित होंगे, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हो पाया। ऊपर से जो पहले से ही उद्योग इस क्षेत्र में कार्यरत थे, उन्होंने भी धीरे-धीरे खुद को समेटना शुरू कर लिया। यहां कार बनाने वाले उद्योग से लेकर सरिया, टेक्सटाइल यूनिटों में औद्योगिक गतिविधियां सीमित होकर रह गईं। 35 वर्ष पहले स्थापित हुआ हिम सिलेंडर उद्योग वित्तीय संकट के कारण बंद होने की कगार पर पहुंच गया। परिणाम स्वरूप जिन युवाओं को यहां रोजगार मिला था, उनकी भी छंटनी हो गई है और उन्हें आजीविका के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा है। अब इस उद्योग में जो कामगार बचे हैं उन्हें भी कई महीनों से पगार तक नहीं मिली है।

अम्ब क्षेत्र में उद्योग विकास को गति न मिलने से युवाओं के साथ-साथ यहां के व्यवसाय को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। विशेषकर ट्रास्पोर्टरों को जिन्हें औद्योगिक घरानों से कोई विशेष फायदा नहीं मिला है। अम्ब का औद्योगिक क्षेत्र अब अपनी पहचान को तरस रहा है।

प्रदेश में भाजपा की सरकार को भी बने हुए करीब 8 से 9 महीने हो गए है। लेकिन अभी तक भाजपा सरकार की तरफ से भी अम्ब क्षेत्र में नए औद्योगिक यूनिट स्थापित करने या पुराने यूनिट स्थापित हैं, को बचाने के लिए कोई पहल नहीं हुई है। अगर ऐसा ही हाल रहा तो निकट भविष्य में यहां कोई भी औद्योगिक घराना निवेश करने के बारे में सोचेगा भी नहीं।

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अम्ब क्षेत्र में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाए हैं। ट्रांसपोटेशन में भी यहां की औद्योगिक इकाइयों को परेशानी नहीं है। यह क्षेत्र रेल सुविधा से भी कनेक्ट हो चुका है। कमी सिर्फ सरकारों की तरफ से ही रही है। जिन्होंने नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए पुराने औद्योगिक क्षेत्रों को प्रोत्साहित करना छोड़ दिया। इसका सीधा असर अम्ब क्षेत्र के उद्योग पर भी पड़ा है।

-प्रमोद कुमार शर्मा, अध्यक्ष औद्योगिक संघ अम्ब


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