कभी भी मरीजों पर गिर सकती है जर्जर अस्पताल की छत
आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र तलमेहड़ा में दिन-प्रतिदिन रोगियों की संख्या बढती जा रही है लेकिन यहां पर सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं हो पाई है।
संवाद सहयोगी, बंगाणा : आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र तलमेहड़ा में दिन-प्रतिदिन रोगियों की संख्या बढती जा रही है लेकिन यहां पर सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं हो पाई है। इसका खामियाजा यहां इलाज करवाने आने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल में बारिश होने से छत से पानी टपकने लगता है। भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। हर वक्त हादसे का डर बना रहता है। अस्पताल में लगभग 15 गांवों के लोग इलाज करवाने आते हैं। अस्पताल के भवन को लेकर विभाग की उदासीनता से लोगों में रोष है।
क्षेत्रवासी विजय शर्मा, बुद्धि ¨सह, बंटी, यशपाल, नरेंद्र धीमान, सुखदेव ठाकुर, रोशन लाल, इंद्र ठाकुर, भोला राम, अशोक शर्मा, अशोक ठाकुर, मुनीष कुमार, भजन ¨सह, सुरेश चौधरी, सुभाष चंद शर्मा, प्रीतम चंद शर्मा, बबलू राम ने बताया कि आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन के मुद्दे को कई बार उठा चुके हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
अस्पताल की छत पर जाने के लिए सीढि़यों का प्रबंध नहीं है। इस कारण इसकी सफाई न होने के कारण पानी की सही निकासी नहीं हो रही है। अस्पताल के साथ लगते पेड़ कभी भी साथ स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक केंद्र पाठशाला व डाकघर के कमरों पर गिर सकते हैं। सरकार इस स्वास्थ्य केंद्र को 10 बेड करने की घोषणाएं तो कर रही है लेकिन जब भवन ही सुरक्षित नहीं है तो इसका भी क्या फायदा। लोगों ने भवन की मरम्मत करने की मांग की। इस बारे में लोक निर्माण विभाग बंगाणा के अधिशाषी अभियंता रामस्वरूप कालिया ने कहा मामला उनके ध्यान में है। इस भवन की मरम्मत के लिए सात लाख रुपये का इंतजाम किया गया है। जल्द काम शुरू कर दिया जाएगा।